2000 के नोट बदलवाने की प्रक्रिया शुरू, बैंकों में पहले दिन नहीं लगी लाइन

काजोल चौहान। 2000 रुपए के नोट जमा करने या बदलने का प्रक्रिया 23 मई मंगलवार से शुरू हो गयी है।मंगलवार पहला दिन था इसलिए कुछ बैंको ने इसके लिए आईडी प्रूफ पर जोर दिया। बैंक अधिकारियों ने कहा, पहले दिन नोट बदलवाने आए ग्राहकों के पास 2000 रुपए के बहुत कम नोट थे। कुछ बैंकों ने हेड ऑफिस से दिशा निर्दश नहीं मिलने के कारण 2000 रूपए के नोट बदलने की सुविधा मंगलवार से शुरू नहीं की।
पहले दिन काफी कम भीड़ थी। कोलकाता में एसबीआई की शाखा के एक कर्मचारी ने कहा ,” कोई भीड़ नहीं है। सुबह से करीब 9 से 10 लोग 2000 रूपए के नोट जमा करने पहुंचे थे। इनके पास भी चार से पांच नोट हो थे”। वहीं दूसरी तरफ ,पंजाब नेशनल बैंक की न्यू अमृतसर शाखा के मैनेजर भूपेंद्र महल ने कहा, कि केवल पांच से छह लोग 2000 रुपए के नोट लेकर आए थे। हम शाखा में लंबी कतारों की उम्मीद कर रहे थे। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। भीड़ कम होने की एक बड़ी वजह यह भी हो सकती है कि लोग सोच रहे हैं, उनके पास पैसा बदलने के लिए अभी काफी समय है। अंबाला से एक बड़ी खबर सामने आयी, एक बैंक के कैशियर ने बताया, कि कोई अलग काउंटर शुरू नही किया गया हैहै। कोई भी ग्राहक कैश काउंटर से नोट बदल सकता है। कानपुर के भी बैंको में भिड़ नहीं रही। शहर की तीन बैंको से पता चला की 2000 रुपए के नोट बदलने या जमा करने के लिए 8 -10 लोगों से ज्यादा भीड़ नहीं थी। एचडीएफसी बैंक के शास्त्री नगर ब्रांच में जब एक व्यक्ति ने रजिस्ट्री में अपना डिटेल को दर्ज कराया ,तब उसके 2000 रुपए के नोट को बदला गया। कई जगह के बैंको में मंगलवार को 2000 के नोट बदलने से मना किया। मामला है, कोलकाता का जहां एक स्थानीय निवासी काकोली भद्रा बैंक से निराश लोट आई ,क्युकी बैंक ने नोट बदलने से मना कर दिया। काकोली भद्रा के मुताबिक बैंक अधिकारियों ने कहा की अभी एक्सचेंज की सुविधा शुरू नही हुई है। इसलिए अभी सिर्फ डिपॉजिट स्वीकार किया जा रहा है। पटना के राजा बाजार एचडीएफसी बैंक में भी ऐसा ही मामला देखने को मिला। कैशियर ने 2000 के नोटों को बदल से मना कर दिया। कैशियर ने ये दावा किया कि हेड ऑफिस से अभी तक कोई दिशानिर्देश नही आया है। नोट बदलने से इंकार करने पर जब कुछ ग्राहक ने एक्सचेंज पर जोर दिया। तब कैशियर ने उन्हे एक फॉर्म दिया और आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस और वोटर आईडी कार्ड जैसे पहचान पत्र मांगे। कैशियर ने सफाई में कहा, की वह हेड ऑफिस के निर्देशों का पालन कर रहे हैं। देश के राजधानी दिल्ली में 2000 रुपए के नोट बदलने के पहले दिन अफरा तफरी का मामला देख ने को मिला। लोगों ने शिकायत की, कि बैंक ने नोट बदलने की जगह उन्हे खाते में जमा करने का दबाव बनाया गया, और उनसे पहचान पत्र भी मांगा। यह बुजुर्ग नागरिकों के लिए चिंता का विषय बना। ग्राहकों ने असंतुष्टि जताई। भीषण गर्मी के चलते लोगों को काफी परेशानी हुई। बुजुर्गों को बहुत परेशानी हुई ,उन्हे घंटो इंतजार करना पड़ा।

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