लवी फंसवाल। आज का दिन भारत के लिए बेहद ही खास है। भारत आज एक नई ऊंचाई के साथ, इतिहास में अपना नाम दर्ज करने जा रहा है। चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग के लिए केवल भारत में नहीं बल्कि विश्व भर में पूजा अर्चना चल रही है। सभी की धड़कनें तेज हैं, और बेसब्री से इंतजार है आज की शाम का। क्योंकि आज की शाम बहुत कुछ लेकर आने वाली है भारत के लिए। भारत के लिए एक नया इतिहास एक नया सम्मान।

इसी बीच धड़कने उसे समय ज्यादा तेज हो जाएंगी, जब आखिर के 20 मिनट बचेंगे। कहा जा रहा है कि आखिर के 20 मिनट बेहद चुनौती पूर्ण हैं। जहां तक भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम का सवाल है, यह ग्रहों की खोज के लिए सबसे महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होने जा रहा है… इस मिशन का चंद्रमा की कक्षा से चंद्र सतह पर उतरने के आखिरी 20 मिनट इतिहास में सबसे चुनौतीपूर्ण क्षण होने जा रहे हैं।
जैसा कि आप जानते हैं, चंद्रयान-3 का लैंडर माड्यूल LM बुधवार शाम को चंद्रमा की सतह पर उतरेगा। ऐसा होने पर भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला सबसे पहला देश बन जाएगा। इस क्षण के लिए केवल भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया इस ऐतिहासिक पल पर टकटकी लगाए देख रही है। लैंडर (विक्रम) और रोवर (प्रज्ञान) से युक्त लैंडर मॉड्यूल शाम छह बजकर चार मिनट पर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र पर सॉफ्ट लैंडिंग कर सकता है। साथ ही देशभर में इसके लिए पूजा अर्चना चल रही हैं, मंदिरों में यज्ञ हवन चल रहे हैं, कहीं-कहीं लोग गाकर अपनी खुशी बयां कर रहे हैं।
IIMT news की ओर से भी आप सभी भारतवासियों को चंद्रयान-3 के चांद की सतह पर सुरक्षित उतारने के लिए ढेरों शुभकामनाएं।

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