ओडिशा बालासोर हादसा; सरकार ने राज्यसभा में बताया हादसे का कारण, सिग्नलिंग सर्किट में खराबी से हुई

लवी फंसवाल। रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने शुक्रवार को राज्यसभा को हादसे के बारे में बताया, उन्होंने कहा कि 2 जून को ओड़िसा में हुआ भयानक हादसा ‘सिग्नलिंग सर्किट परिवर्तन’ में चूक के कारण सिग्नल न पकड़ने की वजह से हुआ। यही कारण था ओड़िसा के बालासोर में ट्रिपल ट्रेन टकराने का। इस भयानक हादसे में 295 लोगों की जान चली गयी थी। अस्वनी वैष्णव ने राज्यसभा में बताया कि रेलवे में पिछले पांच साल में सिग्नल खराब होने के लगभग 13 हादसे सामने आये हैं। लेकिन इंटरलोकिंग में सिग्नल परिवर्तन में खराबी के कारण कोई घटना नहीं हुई। रेलमंत्री वैष्णव ने ओड़िशा के बालासोर में हुये रेल हादसे को लेकर बहुत लोगों के सवालों के जवाब में लिखित में जानकारी दी। वैष्णव ने आगे कहा, कि 16 जुलाई तक प्रत्येक मृतक के परिजन को 10-10 लाख रूपये और घायलों 2-2 लाख रूपये, मामूली चोट वाले व्यक्तियों को 50 हजार रूपये की अनुग्रह राशि के रूप में करीबन 29.59 करोड़ रूपये का भुगतान किये।

पहली बार रेलवे सुरक्षा आयुक्त की रिपोर्ट से विवरण साझा करते हुये केन्द्रिय मंत्री ने कहा, सिग्नल सर्किट परिवर्तन में चूक के कारण और इलेक्ट्रिक लिफ्टिंग बैरियर के प्रतिस्थापन से संबंधित सिग्नलिंग कार्य के निष्पादन के दौरान पिछे से टक्कर हुई थी। इन्हीं खामियों के कारण ट्रेन संख्या 12841 को गलत सिग्नल दिया गया।

उन्होंने एक अलग प्रश्न के उत्तर में कहा, पिछले पांच साल में सिग्नल फेल होने के 13 मामले सामने आए हैं। उन्होंने सदन को सूचित किया कि बालासोर दुर्घटना में मारे गए 41 लोगों के अवशेषों की अभी तक पहचान नहीं हो सकी है। उन्होंने आगे कहा कि अज्ञात यात्रियों के शव एम्स, भुवनेश्वर में चिकित्सकीय रूप से निर्धारित तरीके से रखे गए हैं और सीएफएसएल, नई दिल्ली में विश्लेषण के लिए उनके डीएनए नमूने लिए गए हैं।

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