कोरोना संक्रमण से हुई मौतों से अधिक लोगों ने की सुसाइड,

कोरोना से अधिक हुई आत्महत्या

कोरोना से अधिक हुई आत्महत्या


बीते साल 2020 से कोरोना ने संपूर्ण दुनिया में मौत का मातम मचा दिया था। कोविड-19 सेंटर के आंकड़ों में भारतीय आबादी में कुल 27 लाख के करीब मौंते दर्शायी गई है। जबकि सरकारी आंकड़े आने के बाद 4.36 लाख के करीब मौतों का आंकड़ा बताया गया है।
दरअसल कोरोना से हुई मौतों में सबसे अधिक 35 साल से ऊपर की आयु वाले लोग शामिल है। जिसकी प्रतिरोधक क्षमता कमजोर थी उनपर कोरोना संक्रमण का खतरा अधिक था। हाल ही में एक रिसर्च किया गया जिसमें बताया गया कि कोरोना में हुई मौतों से अधिक लोगों ने 2020-21 में सुसाइड की है।


राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के द्वारा पेश किए गए आंकड़ों के अनुसार 2020 में मरने वालों की संख्या 1.67 लाख के करीब थी। जबकि कोविड से मरने वालों की संख्या 1.52 लाख के करीब पहुंची थी।


दरअसल सुसाइड का 2020 का आंकड़ा पिछले 10 वर्षों से काफी अधिक है। साल 2021 में इस आंकड़े में तेजी से बढ़ोत्तरी होती दिख रही है। आत्महत्या की वजह मानसिक, शारीरिक औऱ पारिवारिक समस्या है। सुसाइड करने वालों में सबसे पहला नंबर है मजदूर तबके के लोगों का है, जिन्होंने लॉकडाउन में बेरोजगारी से जूझकर जिंदगी को गंवा दी है। पिछले वर्ष करीब 42 हजार मजदूरों ने आत्महत्या की थी। आत्महत्या करने वालों में दूसरे नंबर पर वो लोग थे, जिन्हें पहले से कोई ना कोई गंभीर बीमारी थी, ऐसे लोगों की संख्या 27 हजार से ज्यादा थी।


ज्ञात हो, महिलाओं की तुलना में पुरुषों ने अधिक आत्महत्या की है। रिपोर्ट के अनुसार 71 फीसदी पुरुषों की संख्या है तो महिलाओं की संख्या 29 फीसदी है। आत्महत्या करने वाली महिलाओं में 50 प्रतिशत महिलाएं वो थी जो घर संभालती थी यानी जो कामकाजी नहीं थीं। अपनी जान लेने वालों में साढ़े 12 हजार छात्र और 10 हजार किसान भी थे।


हैरानी की बात ये है कि पिछले साल आत्महत्या करने वालों में बेरोजगारों से ज्यादा संख्या ऐसे लोगों की थी, जो या तो खुद का कोई काम करते थे या फिर नौकरियां करते थे। उल्लेखनीय है, सुसाइड मामलो में बॉलिवुड के कई सेलिब्रिटी बी शामिल है। 2020 से 2021 में सुसाइड केसो में बढ़ोत्तरी हुई है।

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