आईएमडी का चौकानें वाला दावा, हवा में घुल रहा जहर

दिल्ली में जहरीली हवा ने लोगों को किया प्रभावित

दिल्ली में जहरीली हवा ने लोगों को किया प्रभावित


देश की राजधानी दिल्ली अक्सर वायु प्रदूषण को लेकर सुर्खियों में रहती है। हाल ही मेंमौसम विभाग ने चौकानें वाला दावा किया है कि 5-6 नवंबर के बाद से दिल्ली की हवा लगातार जहरीली होती जा रही है। दरअसल वायु प्रदूषण के जानकार और वैज्ञानिक वीके सिंह ने जानकारी देते हुए कहा कि 4 नवंबर के बाद से हवा की गुणवत्ता पर नकारत्मक प्रभाव पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तरी औऱ पश्चिमी हवाओं में पटाखों के धुएं से गुणवत्ता पर काफी गहरा प्रभाव पड़ने की संभावनाएं है। 3 दिनों तक न्यूनतम तापमान 13-15 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की आशंका जताई जा रही है।
भू-विज्ञान मंत्रालय की वायु गुणवत्ता का पूर्वानुमान बताने वाली एजेंसी SAFAR के मुताबिक, दिल्ली में पटाखों के फटने के कारण वायु प्रदूषण का हाल बद से बदतर हो जाएगा। इसके अलावा पराली जलाने की वजह से भी प्रदूषण पर गहरा प्रभाव पड़ रहा है। इसका अनुमान लगाया जाए तो पराली की हिस्सेदारी PM2.5 होगी, यानि 40 फीसदी पराली के कारण प्रदूषण खराब हो रहा है। पटाखों से उत्सर्जन शून्य रहने की स्थिति में दिल्ली में ‘PM 2.5’ प्रदूषण स्तर के 4 से 6 नवंबर के बीच ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रहने का अनुमान है। SAFAR के अनुसार यदि उत्सर्जन, 2019 के पटाखों से संबंधित उत्सर्जन का 50 फीसद भी रहा तो वायु गुणवत्ता सूचकांक के 4 नवंबर की रात से ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंचने और इसके पांच नवंबर तक ऐसे ही बने रहने का अनुमान है।

दरअसल दिल्ली का वायु प्रदूषण अक्सर खराब बना रहता है। इसकी वजह दिल्ली में गंदगी, पराली और कंपनियों से निकलने वाला धुंआ है। SAFAR का संस्थापक गुफरान बेग ने बताया कि अक्टूबर में रिकॉर्ड तोड़ बारिश और हवा के अनुकूल दिशा के कारण भी प्रदूषण में जहर घुला है। अनुमान लगाया गया कि दिल्ली में नवंबर महीने में प्रदूषण पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है। इसी तरह पंजाब और हरियाणा में राली की वजह से वातवरण खराब हो रहा है। 2019 में, एक नवंबर को यह हिस्सेदारी 44 फीसद तक थी। बता दें कि शून्य से 50 के बीच AQI को अच्छा, 51 से 100 के बीच संतोषजनक, 101 से 200 के बीच मध्यम, 201 से 300 के बीच खराब, 301 से 400 के बीच बहुत खराब तथा 401 से 500 के बीच गंभीर माना जाता है।
मौसम विभाग के अधिकारियों की जांच पुष्टि के मुताबिक, दिल्ली में मंगलवार को पेश रिपोर्ट और आंकड़े काफी डरावने है। इससे स्पष्ट होता है कि राजधानी में वायु प्रदूषण की गुणनत्ता पर ग्रहण सा लगा है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 303 दर्ज किया गया जो सोमवार को 281, रविवार को 289 और शनिवार को 268 था। पड़ोसी शहरों फरीदाबाद 306, गाजियाबाद 331 और नोएडा 303 में भी वायु गुणवत्ता बहुत खराब रही।

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