दीपक झा। 17 और 18 जुलाई को बेंगलुरु में चलने वाली महा बैठक समाप्त हो गई। मंगलवार को शाम के 5:00 बजे करीब समूचे विपक्ष के द्वारा एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस किया गया। जिसमें 2024 में गठबंधन जो होगा 26 दलों का उसका नाम आखिर क्या होगा? आपको बता दें, तो पहले कांग्रेस की अगुवाई में जो गठबंधन हुआ करती थी। उसका नाम यूपीए हुआ करता था। यूनाइटेड प्रोगेसिव एलाइंस। अब उसका नाम बदल दिया गया है, और यह नाम किसी और ने नहीं बल्कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने दिया है। इस पर समूचे विपक्ष की सहमति बनी, और नाम पर अंतिम फैसला कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने लिया, और उस पर मोहर लगाई। आपको बता दें तो विपक्ष का महागठबंधन, जिसका नाम ‘इंडिया’ इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इंक्लूसिव एलाइंस होगा। इस नाम को राहुल गांधी ने रखा, उन्होंने कहा इस नाम को रखने के पीछे वजह बताई। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश की संस्थाओं को बेच रहे हैं। देश में बेरोजगारी बढ़ रही है। महंगाई बढ़ रही है, और यह कहीं ना कहीं इंडिया पर वार है। कुछ गिने-चुने लोगों को पूरे देश की संपत्ति सौंपी जा रही है। ऐसे में यह लड़ाई इंडिया वर्सेस मोदी की है। इंडिया वर्सेस बीजेपी की है, और इंडिया वर्सेस उस विचारधारा की है, जिसको नरेंद्र मोदी समर्थन देते हैं।

अब जब प्रेस कॉन्फ्रेंस में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मोर्चा संभाला, तो उन्होंने कहा कि क्या मोदी जी इंडिया से लड़ने के लिए तैयार हैं? क्या बीजेपी इंडिया से लड़ने के लिए तैयार है? उन्होंने सीधे चैलेंज किया, उन्होंने कहा हम एक हैं और हम तैयार हैं। उद्धव ठाकरे जो महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री हैं। उद्धव ठाकरे ने कहा, आज पूरे देश में तानाशाही चल रही है। तानाशाह की सरकार चल रही है, और हमें इसे रोकना है। लोकतंत्र को बचाना है, और लोगों को डरने की जरूरत नहीं है। हम हैं ना। उन्होंने कहा, कि आप को डरने की जरूरत नहीं है हम हैं ना। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, कि आज 9 साल में जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को करना चाहिए था। उन्होंने नहीं किया पूरे देश की संपत्ति को बेच दिया एयरपोर्ट बेच दिए, साथ ही उन्होंने कई गंभीर भी आरोप लगाए।

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