गृहमंत्री अमित शाह की दो टूक, नहीं वापिस होगा सीएए

अर्चना सिंह
नागरिकता संशोधन कानून, अर्थात सीएए के लागू होने के बाद, जो अब देशभर में प्रभावी हुआ है, विपक्षी दलों ने निरंतर सीएए के खिलाफ आवाज़ बुलंद की है। अमित शाह ने अपने इंटरव्यू में विपक्ष पार्टी को करारा जवाब देते हुए कहा है कि विपक्ष के पास अब कोई अन्य काम नहीं है। उनका दावा है कि सरकार सीएए को कभी भी वापस नहीं लेगी। उन्होंने विपक्ष के आरोपों को मुख्य विषय बनाया है, जैसा कि सरकार ने सीएए के माध्यम से नया वोट बैंक तैयार किया है, जिसे विपक्ष नकारता है। अमित शाह ने कहा है कि उनकी और पीएम मोदी की हिस्ट्री में यह स्पष्ट है और मोदी जी की यह हिस्ट्री देती है कि उनके कहने से पहले ही काम हो जाता है, जो बीजेपी या पीएम मोदी ने कहा वो पत्थर की लकीर है। समाचार एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में गृहमंत्री ने पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी की टिप्पणी पर बात की, उन्होंने कहा, “वह दिन दूर नहीं, जब बीजेपी वहां (पश्चिम बंगाल) सत्ता में आएगी और घुसपैठ रोकेगी। अगर आप इस तरह की राजनीति करते हैं और इतने महत्वपूर्ण राष्ट्रीय सुरक्षा मुद्दे के साथ, आप तुष्टीकरण की राजनीति करके घुसपैठ की अनुमति देते हैं और इसका विरोध करते हैं।” शरणार्थियों को नागरिकता नहीं मिलेगी तो लोग आपके साथ नहीं रहेंगे। ममता बनर्जी को शरण लेने वाले और घुसपैठिए में अंतर नहीं पता…”