कोहरें में सडकों पर धीरे चलाएं वाहन, सामने हो सकते हैं पशु

सडकों

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सर्दियां शुरू हो चुकी हैं तथा कोहरा पड़ना शुरू हो गया है। ऐसे में दिल्ली-राजमार्ग तथा अन्य लिंक मार्गों पर वाहन थोड़ा संभलकर चलाएं। कहीं ऐसा न हो कि सड़कों पर बैठे बेसहारा पशुओं के कारण आप दुर्घटना का शिकार हो जाएं। क्योंकि दिल्ली-आगरा राजमार्ग व लिंक मार्गों पर इन दिनों बेसहारा पशुओं का काफी जमावड़ा रहता है, लेकिन यह न तो प्रशासन को दिखाई देता है और न ही राजमार्ग प्राधिकरण को। रात के समय तो ये बेसहारा पशु सड़कों पर बीच-बीच बैठ जाते हैं, जो सड़कों पर अंधेरा होने के कारण वाहन चालकों को दिखाई नहीं देते हैं। फिर उन बेजुबानों के उपर गाडी चढ जाता है, ध्यान दें कि वो बेजुबान हैं, उनको या फिर आपको एक हीं वजह से खतरा हो सकता है।

दिल्ली-आगरा राजमार्ग काफी व्यस्त मार्ग है। अलीगढ़ रोड भी काफी व्यस्त मार्ग हैं। इन पर प्रतिदिन हजारों वाहनों का आवागमन होता रहता है। वहीं इन राजमार्ग व लिंक मार्गों पर हर समय बेसहारा पशु बैठे रहते हैं। जो दुर्घटनाओं का कारण बनते हैं। पहले भी एक-दो दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन उसके बावजूद प्रशासन को ये बेसहारा पशु दिखाई नहीं देते हैं। कई बार प्रसाशन के सामने इन बेजुबानों की दुर्घटना हो चुकी है। इन बेसहारा पशुओं को सड़कों से हटाने के लिए सरकार व प्रशासन के दावे भी पूरी तरह से फेल हो रहे हैं।

जिला प्रशासन द्वारा पलवल जिले में राजमार्ग व लिंक मार्गों पर घूमते इन बेसहारा पशुओं को हटाने के लिए कई बार योजनाएं बनाई गईं। इनके लिए पशुफाटक बनाने तथा गायों को गौशालाओं में छुड़वाने व सांडों के लिए नंदीशाला का निर्माण कराने की भी योजनाएं कई बार बनाई गई, लेकिन आज तक सिरे कोई नहीं चढ़ी। जबकि नंदी शालाओं के लिए तो जिले के कई गांवों की पंचायतों द्वारा जमीन भी सरकार को उपलब्ध कराने के लिए प्रस्तावित कर दी गई थी, लेकिन उनकी फाइलें ही आगे नहीं बढ़ पाईं।
सांड़ के हमले में गांव कुसलीपुर के एक बुजुर्ग की मौत हो चुकी है। वहीं पलवल के न्यू कॉलोनी में भी दो सांड़ों के आपस में लड़ते समय एक बाइक पर गिरने

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