Site icon IIMT NEWS, Hindi news, हिंदी न्यूज़ , Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest News in Hindi, Breaking News in Hindi, ताजा ख़बरें

कारोबारी और आम जनता की नए साल पर टूटी आस

नए साल

नए साल


ज्योति कुमारी: दिल्ली सरकार ने ओमिक्रॉन के बढ़ते ग्राफ के कारण बीते दिनों नाइट कर्फ्यू का ऐलान किया था। इस बीच नए साल और लोहड़ी के पर्व की जोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं। कई कारोबारियों का कहना है , सरकार के इस फैसले से उनके कारोबार को काफी घाटा हो गया, क्योंकि नए साल के दौरान व्यपारियों ने खास तैयरियाँ कर रखी थी।छोटे छोटे बैंक्वेट हाल से भी आर्डर रद्द् किए जा रहे है। दुकान वालो को ग्राहकों ने बहुत सारे आर्डर दे रखे थे, जो अब नई पांबदियो की वजह से वापस लेने पड़े, बीकानेर वालो का कहना है, की उनको नए साल के शुभ अवसर पर बहुत सारे ग्राहकों ने मिठाईयों के ऑर्डर दिए थे, सरकार के नए नियमों के बाद अब रद्द कर दिए गए है,व्यापारियो का कहना है वे नवर्वष और लोहड़ी पर पुराने नुकसान की भरपाई की आस लगाए बैठे थे, अब उनके पास कर्मचारियों को देने के पैसे नही है, इस लिए उन्होने काम करनें वालो की संख्या घाटा दी है, वही रेस्टोंरेंट में ग्राहकों का आना कम हो गया है, जब से नई पांबदियाँ लगाई गई है, कम ग्राहकों के कारण रेस्टोंरेंट मलिक ने स्टाफ कम कर दिया है, कयोकि उनका कहना है की ग्राहक ही नही आऐगें, तो स्टाफ को वेतन कहाँ से दे, क्लब में काम कर रहे लोगों का कहना है रात 9 बजे ही क्लब बंद करने की तैयारियों में लग जाते है, कयोकि 10 बजे नाईट कर्फ्यू हो जाता है। कोरोना के बढते केस और सरकार की नई पांबदियों के कारण कोई क्लब में नही आना चाहता, लोग घरों से कम निकलना पसंद कर रहे है। करोल बाग होटल एसोसिएशन के अक्ष्यक्ष जगप्रीत अरोड़ा के अनुसार दिल्ली में इस पांबदी से होटल , रेस्टोंरेंट और बार से जुड़े व्यवसाय को 100 करोड़ से ज्यादा का नुकसान झेलना पड़ेगा,

Exit mobile version