पार्थ चटर्जी को लेकर भाजपा हमलावर

पार्थ चटर्जी

पार्थ चटर्जी

अनुराग दुबे। शिक्षक भर्ती घोटाले में बर्खास्त मंत्री पार्थ चटर्जी का नाम सामने आने के बाद से बंगाल की सियासत गरमा गई है। मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से जवाब की मांग कर रही है। वहीं इस भारी विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर टीएमसी के सांसद की प्रतिक्रिया सामने आई है।

टीएमसी के वरिष्ठ नेता सौगत रॉय का दावा है कि इस तरह की गतिविधियों की जानकारी ममता बनर्जी समेत पार्टी में किसी को नहीं थी। जैसे ही हमें इस बारे में पता चला, हमने ऐक्शन लिया। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उन्हें मंत्रीपद से हटा दिया। तृणमूल नेता ने कहा कि अगर सुवेंदु अधिकारी के पास कोई सबूत है, तो उसे ईडी को बताना चाहिए, मीडिया को नहीं। पश्चिम बंगाल के पूर्व उद्योग मंत्री और तृणमूल कांग्रेस के पूर्व महासचिव पार्थ चटर्जी प्रवर्तन निदेशालय(ईडी) की हिरासत में
हैं।

पार्थ चटर्जी को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बाद तृणमूल का दूसरे नंबर का कद्दावर चेहरा माना जाता था। ममता बनर्जी पार्थ चटर्जी को बड़े भाई का दर्जा देती थीं।
सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के मुताबिक प्रवर्तन निदेशालय एक सक्षम एजेंसी है। उन्हें जांच करने दीजिए। सभी को मालूम है कि पार्थ चटर्जी की काली करतूत की जानकारी ममता बनर्जी को थी। ममता दीदी के निर्देशन में ही सारा खेल खेला गया है। टीएमसी का मुख्य एजेंडा भ्रष्टाचार है। केवल जनता की धारणा के चलते टीएमसी ने पार्थ को उनके पदों से हटाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच बैठक अगले हफ्ते हो सकती है। ये बैठक पांच या छह अगस्त को हो सकती है। दरअसल, ममता बनर्जी पांच और छह अगस्त को एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए दिल्ली आ रही हैं। तभी दोनों नेताओं की मुलाकात की संभावना है।

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