सिंघू बॉर्डर हत्याकांड को लेकर बड़ा खुलासा, दोषियों ने कुबूल किया जुर्म

दिल्ली-हरियाणा के कुंडली बॉर्डर पर बीते गुरुवार को दलित युवक की निर्मम हत्या कर दी गई थी। हत्यारों ने युवक के हाथ पैर काटकर धड़ से अलग कर दिए थे। जिसके के बाद युवक का शव पुलिस बेरिकेड पर लटका दिया गया था। शव देखकर पुलिस के होश उड़ गए थे। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाया जिसमें युवक के करीब 22 गहरे घाव पाए गए थे। पुलिस ने हत्या की एफआईआर अज्ञात रूप में दर्ज की थी। उसके बाद पुलिस ने सख्ती से मामले की गहराई समझी। जिसमें 8 दोषियों का नाम सामने आया। हत्या का मुख्य आरोप सरबजीत सिंह पर ठहराया गया।


फिलहाल सोनीपत की जिला अदालत में दोषियों ने कबूलनामा कर लिया है। जिसके बाद अदालत ने आरोपियों को 6 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। अदालत में आरोपियों ने साफ-साफ बताया कि पंजाब के दलित युवक लखबीर सिंह की हत्या में 8 लोग शामिल थे। उन्होंने कहा कि धर्म की प्रतिष्ठा का मान रखते हुए परंपरागत चले आ रहे बलिदान की प्रक्रिरिया के मद्देनजर हत्या की है। पुलिस ने अदालत से 14 दिनों की रिमांड मांगी थी लेकिन अदालत ने 6 दिनों की पुलिस कस्टडी में आरोपियों को रखा है।


हत्या के अगले दिन आत्मसमर्पण करने वाले सरबजीत सिंह ने रविवार को कोर्ट में अपना कबूलनामा पेश कर दिया है। जिसमें उन्होंने 8 लोगों के संलिप्त होने की जानकारी साझा की। जानकारी के अनुसार निंहग नारायण सिंह ने बताया कि हत्या में मेरे साथ चार लोग शामिल थे। सरबजीत सिंह ने दलित युवक का हाथ काटा और मैने पैर। जबकि भगवंत सिंह व गोविंद प्रीत ने उसको रस्सियों से लटकाया था। दरअसल सरबजीत सिंह ने पुलिस को हत्या में उपयोग की गई तलवार सौंप दी। जबकि पुलिस जांच में उस तलवार से हत्या न होने की बात सामने आई है।


गौरतलब है कि कुंडली बॉर्डर पर बीते गुरुवार को तरनतारन के गांव चीमा खुर्द निवासी लखबीर सिंह की निर्मम हत्या का मामला सामने आया था। हत्या इतनी बेरहमी से की गई जिसे देखकर पुलिस के होश उड़ गए थे। युवक के शरीर में भाला, तलवार से हमला किया गया था। हत्या के बाद आरोपियों ने शव को चौराहें पर लटका दिया था। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। हत्या में संलिप्त आरोपियों की पड़ताल की जा रही है। अदालत के आदेशानुसार मुख्य आरोपियों से पूछताछ की जारी है। अग्रिम सुनवाई के बाद आरोपियों की सजा से जुड़ी जानकारी मिलेगी।

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