384 दिन बाद राकेश टिकैत की घर वापसी पर गांव व क्षेत्र में दौड़ी खुशी की लहर

राकेश टिकैत

राकेश टिकैत

  किसान नेता राकेश टिकैत आज दिल्ली से किसानों के अंतिम जत्थे के साथ घर वापसी करेंगे। टिकैत दिल्ली की सभी सीमाओं से किसानों की पूर्णता वापसी के बाद शाम करीब 4 बजे तक घर पहुंच जाएंगे। बता दें कि लंबे इंतजार के बाद अपनी मांग को सरकार से मनवाने के बाद किसानों में जश्न का माहौल देखने को मिल रहा है। किसानों की घर वापसी उनके चेहरे से झलकती खुशी से देखी जा सकती है। वहीं, किसान नेता राकेश टिकैत की घर वापसी पर गांव व क्षेत्रवासियों ने भव्य स्वागत की तैयारी कर ली है। खबरों के मुताबिक, टिकैत की घरवापसी और कृषि कानून रद्द के साथ किसानों द्वारा रखी गई 6 बड़ी मांगों पर सरकार की लिखित स्वीकृति खुशी का मुख्य उद्देश्य है। माना जा रहा है कि 26 नवंबर 2020 से 15 दिसंबर 2021 के लंबे अंतराल में राकेश टिकैत घर नहीं गए थे। ऐसा भी कहा जा रहा है कि किसान नेता टिकैत ने सपथ के साथ संकल्प लिया था कि जब तक सरकार मांगों को नहीं मानती है तब तक घर नहीं जाएंगे। अपने संकल्प पर टिकैत खरे उतरें है। केंद्र सरकार को झुकाने वाले औऱ कृषि कानून को रद्द करवाने वाले राकेश टिकैत की वापसी पर उनके पैतिक गांव में स्वागत कार्यक्रम रखा गया। राकेश टिकैत दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर से अपने गांव मुजफ्फरनगर से सिसौली के लिए रवाना हो रहे हैं। इस दौरान मोदीनगर, मेरठ, खतौली,  मंसूरपुर, सौरम चौपाल में टिकैत का भव्य स्वागत होगा, राकेश टिकैत शाम चार बजे के करीब सिसौली पहुंचेंगे। सिसौली पहुंचकर टिकैत सबसे पहले उस चबूतरे पर जाएंगे जहां इन्होंने कृषि कानून रद्द होने तक घर वापस न लौटने का प्रण लिया था। आपको बता दें कि इसी चबूतरे पर बैठकर राकेश टिकैत के पिता महेंद्र सिंह टिकैत सर्वखाप के फैसले लिया करते थे।

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