विपक्ष के रवैये के खिलाफ भाजपा सांसदों ने किया गांधी प्रतिमा के सामने प्रदर्शन

अनुष्का वर्मा। संसद का शीतकालीन सत्र लगातार विपक्ष के शोर- शराबे की वजह से बाधित हो रहा हैं। हालांकि गुरूवार को राज्यसभा में बहुप्रतीक्षित बांघ सुरक्षा विधेयक 2019 के लंबी चर्चा के बाद पारित पर दिया गया। विपक्ष अपने सांसदों को निलंबन को लेकर हंगामा कर रहा है।


बता दें कि संसद के शीतकालीन सत्र का आज चौथा दिन हैं। इस सत्र की शुरूआत से ही विपक्ष सदन में लगातार हंगामा कर सदन की कार्रवाई को बाधित कर रहा है। निलंबित सांसदों के मुद्दे पर विपक्ष द्वारा किए जा रहे शोर शराबे के चलते सदन की कार्रवाई को कई बार बीच में ही रोकना पड़ा है। विपक्ष का कहना है कि अगर इस पर सासंद माफी नहीं मांगेंगे तो वह सरकार और दोनों सदनों के अध्यक्ष चाहते हैं। बता दें कि शोर-शराबे की वजह से विपक्ष के 12 सांसदों को निलंबित कर दिया गया था।


हालांकि, अब कहा जा रहा है कि सरकार सदन की कार्रवाई को सुचारू रूप से चलाना चाहती है। सरकार की कोशिश है कि विभिन्न बिलों को पारित किया जाए। इसके लिए सासंदों को चेतावनी देकर छोड़ने पर भी विचार कर रही है। इसकी पहल लोकसभा अध्यक्ष की तरफ से की गई है। सरकार की कोशिशों के चलते ही लोकसभा में एक बिल को पारित कर दिया गया। राज्यसभा में गुरूवार को बहुप्रतीक्षित बांघ सुरक्षा विधेयक 2019 लंबी चर्चा के बाद पारित कर दिया गया। विधेयक को पुनर्विचार के लिए प्रवर समिति के पास भेजे जाने का विपक्ष का प्रस्ताव खारिज कर दिया गया, जिसके लिए मतविभाजन कराना पड़ा।


गौरतलब है कि कांग्रेस के सासंद मणिकम टैगोर ने लखीमपुर में तीन कृषि कानूनों के खिलाफ हुए आंदोलन के दौरान गाड़ी से कुचल कर मारे गए किसानों के मुद्दे पर चर्चा के लिए लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव रखा है। इस मामले में गृह राज्य मंत्री का बेटा आरोपित है। उनकी मांग है कि इस मामले में सरकार ये सुनिश्चित करे कि दोषी को सजा मिले। इसके अलावा उन्होंने पीएम मोदी से आग्रह किया है कि वो गृह राज्य मंत्री को बर्खास्त करें।

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