यमुना प्राधिकरण भूमि अधिग्रहण वाले 6 गांव के किसानों को देगा 1 हजार करोड़ रुपए देगा मुआवजा

जेवर में प्रस्तावित नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है। गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी ने जेवर एयरपोर्ट के दूसरे चरण पर काम शुरू करने के लिए शासन को प्रस्ताव भेज दिया है। डीएम की ओर से भेजे गए प्रस्ताव में बताया गया है कि 6 गांवों की जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। जिसके लिए करीब 3000 करोड़ रुपए मुआवजा किसानों को दिया जाना है। इस बार 8000 किसान परिवारों को यह पैसा मिलेगा। बुधवार को डीएम ने जेवर एयरपोर्ट से जुड़े गांवों में दौरा किया था। नोएडा एयरपोर्ट का दूसरा चरण 1,310 हेक्टेयर जमीन में बनेगा। इसके लिए जमीन देने वाले छह गांवों के किसानों को 2,890 करोड़ रुपये मुआवजा दिया जाएगा। गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई की तरफ से प्रस्ताव बनाकर नागरिक उड्डयन विभाग को भेज दिया गया है। जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया जल्द शुरू हो सकती है। मिली जानकारी के मुताबिक नोएडा एयरपोर्ट के पहले चरण का काम जल्द शुरू होने जा रहा है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की डीपीआर के मुताबिक पहले चरण में दो रनवे बनने हैं। इस बीच नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड ने दूसरे चरण की भी तैयारी शुरू कर दी है। दूसरे चरण में एक रनवे और एमआरओ सेंटर बनेगा। इसके लिए जमीन जुटाने की कोशिश शुरू हो गई है। जिला प्रशासन ने एयरपोर्ट के दूसरे चरण के लिए छह गांवों की 1,310 हेक्टेयर जमीन चिंहित कर ली है। छह गांव करौली बांगर, दयानतपुर, कुरैब, रन्हेरा, मुढरह और वीरमपुर हैं। इनको 2,890 करोड़ रुपये मुआवजा दिया जाएगा। 1,310 हेक्टेयर जमीन में से करीब 125 हेक्टेयर जमीन ग्राम समाज है। बाकी 1,165 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहित होनी है। पहले चरण के एयरपोर्ट का काम शुरू होने जा रहा है, यह देखते हुए ज्यादातर किसान दूसरे चरण के एयरपोर्ट के लिए जमीन देने को तैयार हैं। शासन से अनुमति मिलते ही जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। जिला प्रशासन अधिसूचना जारी कर देगा। सोशल इंपैक्ट एसेसमेंट एक बार फिर किया जाएगा। नोएडा एयरपोर्ट के आसपास दूसरे चरण की जमीन पर अवैध कब्जे के डर से प्रशासन जमीन को शीघ्र लेना चाह रहा है। दूसरे चरण के एयरपोर्ट की जमीन अधिग्रहित करने के लिए प्रदेश सरकार हाल ही में पेश हुए बजट में 2000 करोड़ रुपये देने का एलान कर चुकी है। इसमें से कुछ रकम किसानों को विस्थापित करने पर भी खर्च होगी। नोएडा, ग्रेटर नोएडा व यमुना प्राधिकरण को भी अपना हिस्सा देना है।
प्राधिकरण अफसरों ने बताया कि यमुना प्राधिकरण ने बैंक ऑफ महाराष्ट्र से 500 करोड़ रुपये का कर्ज लिया है। इसमें से 125 करोड़ रुपये नोएडा एयरपोर्ट के दूसरे चरण की जमीन खरीदने के लिए दे दिए हैं। यमुना अथॉरिटी ने 85 करोड़ रुपये की जमीन पहले ही खरीद ली थी, वह भी दूसरे चरण के एयरपोर्ट में उपयोग हो जाएगी। इस तरह यमुना अथॉरिटी नोएडा एयरपोर्ट के दूसरे चरण में अपनी हिस्सेदारी में से 210 करोड़ रुपये दे चुका है। वहीं, नोएडा और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को अपनी हिस्सेदारी देनी बाकी है। प्राधिकरण और जिलाधिकारी की पहल विकसित शहर तरफ बढ़ रही है। किसानों को उनका हक प्रदान किया जाएगा।

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