मंहगी हुई शिक्षा, पिछले साल के मुकाबले 10 से 15 प्रतिशत अधिक कीमत पर मिल रही है किताबें

वर्ष 2020 में आये कोरोना संकट ने देश की अर्थव्यवस्था को गंभीर चोट पहुंचाई है। इसका असर आम आदमी की दैनिक कमाई पर भी पड़ा है। बाजारों में सामान महंगे दामों पर मिल रहा है। जिसके कारण लोग अपनी आवश्यक जरूरतों को पूरा करने के लिए तरस रहे हैं। बता दें कि महंगाई ने अभिभावकों को दातों तले चने चबाने पर मजबूर किया है। इस दौर में चाह कर भी कोई अच्छी शिक्षा नहीं ले सकता।
वहीं, दिल्ली के कई इलाकों से ऐसी ही शिकायतें सामने आ रही हैं। लोगों का कहना है कि पिछले साल के मुकाबले किताबें 10-15 फीसदी महंगी हुई हैं। अभिवावकों का कहना है, निज़ी विद्यालयों का निर्देश है कि किताबें स्कूल काउंटर से ही ली जाएं। मालूम हो, ज्यादातर विद्यालयों में वार्षिक परीक्षाएं समाप्त हो गई हैं। अप्रैल माह से नये साल की शुरुआत होगी, जिसके लिए अभिभावकों के पास किताब-कॉपियों के सेट लेने के संदेश आने लगे हैं। निज़ी विद्यालयों में एनसीआरटी की किताबों से पढ़ाई होती है।
गौरतलब दिल्ली के कई इलाकों से आ रही खबरों के अनुसार किताब और यूनिफॉर्म का सेट कक्षा एक से आठ तक के विद्यार्थियों को 11,000 रुपये का पड़ेगा। परिजनों की माने तो कोरोना काल के बावजूद पढ़ाई का खर्चा 10-15 फीसदी बढ़ गया है

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