भक्तों की भीड़ के बिना खुले बदरीनाथ मंदिर के कपाट

संपदा

कोरोना वायरस के फैलते संक्रमण के कारण सभी मंदिरों को सरकार द्वारा बंद कर दिया गया था। इन मंदिरों में एक बदरीनाथ मंदिर भी है। पूजा-अर्चना और विधि विधान के साथ शुक्रवार को प्रात:काल 4:30 बजे बदरीनाथ मंदिर के कपाट को खोला गया। मंदिर के कपाट को इस बार बड़ी ही सादगी से खोला गया। कपाट उद्घाटन में केवल 11 लोग शामिल हो सके। मुख्य पुजारी रावल, राज गुरु, धर्माधिकारी भूवन चन्द्र उनियाल सहित कुछ लोग शामिल थे। बदरीनाथ मंदिर के कपाट को खोलने की तैयारी गुरुवार यानि 14 मई से ही शुरु कर दी गई थी। बता दें कि मंदिर के कपाट को खोलने से पहले बदरीनाथ सिंह द्वारा परिक्रमा स्थल, मंदिर परिसर और तप्स कुंड सहित विभिन्न स्थानों को सैनिटाइज किया गया। सेवादारों ने सोशल डिस्टेंसिग का पालन करते हुए मंदिर में भगवान बदरीनाथ की पूजा करके पुष्प अर्पित किया। साथ ही मंदिर में कुबेर जी, उद्धव जी और गरुड़ जी की विशेष पूजा की गई। पुष्प सेवा समिति ऋषिकेश की तरफ से बदरीनाथ मंदिर को बड़ी ही खूबसूरती से गेंदे के फूल के साथ सजाया गया। बता दें कि जब से बदरीनाथ की यात्रा शुरु होने से लेकर अब तक बदरीनाथ धाम के इतिहास में ऐसा पहला बार हुआ है कि कोरोना संकट के कारण बदरीनाथ धाम के कपाट को खोलने की तय तिथि 30 अप्रैल को बदलकर 15 मई कर दी गई। यहां तक की धाम में कपाट खुलने के समय बदरीनाथ की जय-जयकार तो सुनाई दी, लेकिन इस बार उनके भक्तों की भीड़ मौजूद नहीं रही।

About Post Author