प्रधानमंत्री मोदी का जी-7 शिखर सम्मेलन में संबोधन ” एक धरती, एक स्वास्थ”

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को जी -7 शिखर सम्मेलन में वीडियो के जरिए संबोधित किया। कोविड महामारी से प्रभावित जनता को एक धरती एक स्वास्थ के बारे में सहजता से संबोधित किया। पीएम ने कहा कि आत्मनिर्भरता का परिचय देते हुए इसका पालन करना जरूरी है। वहीं आवश्यकता के अनुसार अन्य देशों से समर्थन को मांग भी की। महामारी को रोकने के लिए वैश्विक एकजुटता, नेतृत्व और तालमेल का आह्वान करते हुए मोदी ने चुनौती से निपटने के लिए लोकतांत्रिक और पारदर्शी समाजों की विशेष जिम्मेदारी पर जोर दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने जी-7 के ‘बिल्डिंग बैक स्ट्रांगर-हेल्थ’ संपर्क सत्र को संबोधित करते हुए महामारी से निपटने के लिए भारत के ‘समग्र समाज’ के दृष्टिकोण को रेखांकित किया और सरकार, उद्योग और सिविल सोसाइटी के प्रत्येक स्तर पर प्रयासों में तालमेल के बारे में बताया। धरती को हरा भरा सौंदर्यता से निपुण रखने का संकल्प लेना है। प्रधानमंत्री रविवार को जी-7 सम्मेलन के समापन दिन भी भागीदारी करेंगे और दो सत्र को संबोधित करेंगे। वहीं उन्होंने विश्व व्यापार संगठन को एक प्रस्ताव भेजा। उल्लेखनीय है कि दोनों पक्ष उत्तरी आयरलैंड के मुद्दे पर बढ़ते राजनयिक तनाव के बीच गतिरोध की स्थिति में हैं। बता दें कि उत्तरी आयरलैंड ब्रिटेन का एकमात्र ऐसा क्षेत्र है जिसकी सीमा यूरोपीय संघ के सदस्य देशों से लगती है। जी-7 में ब्रिटेन, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान और अमेरिका शामिल हैं। जी-7 की अध्यक्षता कर रहे ब्रिटेन ने भारत, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण कोरिया और दक्षिण अफ्रीका को अतिथि देश के तौर पर आमंत्रित किया है।

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