ग्रेटर नोएडा में गिलोय लागने का अभियान शुरु, इम्यूनिटी पावर बढ़ाने में कारगर

राजतिलक शर्मा

कोरोना महामारी से बचाव और रोकथाम के लिए आयुर्वेद में अमृता के नाम से पहचानी जाने वाली औषिधी गिलोय को ग्रेटर नोएडा में घर-घर तक पहुचाने के लिए समाजसेवी व कवि ओमरायज़ादा ग्रेटर नोएडा के पी-3 सेक्टर से इसकी शुरूआत की। ओमरायज़ादा ने बताया कि बाजार में इस समय गिलोय की काफी मांग बढ़ गई है। जिसकी वजह से गियोल या तो बाजार में मिल नहीं रही है या दुकानदार इसे ऊचें दामों में बेच रहे हैं। इसलिए इसके गुणों को देखते हुए सेक्टर में लोगों के घरों के पास लगे पेड़ों के निकट गिलोय की कलम को लगाने का अभियान चलाया है। उन्होंने आगे कहा कि मैं खुद जाकर लोगों के घरों के पास गिलोय की कलम को रोपित कर रहा हूं। जनसहयोग से पूरे शहर में गोलोय को लगाने की योजना है। कोरोना महामारी का कोई इलाज नहीं है, लेकिन गिलोय से कोरोना को मात दी जा सकती है।

ओमरायज़ादा ने आगे बताया कि वे पिछले कई सालों से शहर में पेड़ लगाने का कार्य कर रहे हैं। अब तक वह शहर में करीब 18 हजार पेड़ लगा चुके हैं। उन्होंने आगे कहा कि गोलोय लगाने का कार्य पूर्ण रूप से निःशुल्क किया जा रहा है, अगर किसी को भी जरूर है तो वह मुझसे 9718100213 पर संपर्क कर सकता है। बता दें कि गिलोय को गुरुच अमृता भी कहते हैं। गिलोय का प्रतिदिन सेवन करने से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। गिलोय के ताजे पत्ते, तना एवं जड़ का जूस बनाकर इस्तेमाल किया जाता है। इसे गमले व वृक्ष के सहारे लगाया जाता है। इसमें कैल्शियम प्रोटीन एवं फास्फोरस के अलावा फाइटोकेमिकल पाए जाते हैं। जो एंटीऑक्सीडेंट एवं इम्यूनिटी बढ़ाने वाली कोशिकाओं का संवर्धन करते हैं। यह मोटापा, हृदय रोग, मधुमेह से संबंधित रोग जैसे नेत्र विकार, चर्म या त्वचा रोगों को ठीक करने में सहायक है।

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