कोरोना से जूझ रहे ग्रेटर नोएडा के चार गांव, 15 दिन में 50 से ज्यादा मौतें

ग्रेटर नोएडा वेस्ट के चार गांव में कोरोना का आतंक दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। पिछले 15 दिनों में यहां 50 से अधिक लोग जन गवां चुके हैं। मृतकों को बुखार, जुखाम, खांसी, हाथ पैर में दर्द आदि की शिकायत थी जिससे कयास लगाए जा रहे हैं कि वे कोरोना संक्रमित थे। ग्रेनो वेस्ट के खैरपुरगुर्जर, जलालपुर, मिलक लच्छी और सैनी गांव में कोरोना के मामलों में अचानक हुए इस इजाफे से प्रशासन और ग्रामीण दोनों हैरान हैं।
ग्रामीणों के मुताबिक खैरपुरगुर्जर में पिछले 15 दिनों में 25 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। सभी को बुखार, जुखाम, खांसी, हाथ पैर में दर्द आदि की शिकायत थी। गांव के ही निवासी राजेश शर्मा ने बताया कि बीते 1 हफ्ते में उनके परिवार के चार लोगों की मृत्यु हो चुकी है। इन लोगों को पहले बुखार आया फिर सांस लेने में दिक्कत हुई। वहीं, गांव के दीपक खारी का कहना है कि पश्चिम दिशा की बस्ती में 35 से 50 की उम्र के लोगों की ज्यादा मौतें हुई हैं।
जन कल्याण ग्रामीण प्रशिक्षण सेवा समिति के संस्थापक अध्यक्ष अनिल कुमार के मुताबिक जलालपुर गांव में बीते 28 अप्रैल के बाद हालात बद्तर हो गए हैं। पिछले 15 दिनों में यहां 25 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
सैनी गांव के हालात भी अन्य गांवों की तरह ही हैं। 9 हज़ार की आबादी वाले इस गांव में लोग सर्दी, जुखाम, खांसी, हाथ पैर में दर्द आदि की शिकायत से जूझ रहे हैं लेकिन कोरोना की जांच कराने से कतरा रहे हैं। इसी कारण संक्रमण का खतरा बढ़ने का डर बना हुआ है।
ग्रेटर नोएडा के मिलक लच्छी गांव में इस वक्त 100 से अधिक लोग बुखार से ग्रसित हैं। सभी में कोरोना के भरपूर लक्षण दिखाई दे रहे हैं लेकिन सैनेटाइजेशन के नाम पर यहां सिवाए खानापूर्ति के कुछ नहीं हो रहा है। पिछले पांच दिनों के अंतराल में यहां बुखार से पीड़ित 5 लोगों ने दम तोड़ दिया है।

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