कोरोना के बीच किसानों का आज काला दिवस मनाने का एलान, कहा- सरकार हमें झुका नहीं सकती

कोरोना की देशव्यापी लहर के बीच किसान आंदोलन को बुधवार को 180 दिन पूरे हो गए। इस दिन को किसान नेताओं ने काला दिवस के रुप में मनाने का ऐलान किया है। किसान संगठनों का कहना है कि सभी किसान सड़कों पर निकलकर काले रंग के कपड़े पहनकर सरकार के खिलाफ इस विरोध प्रदर्शन में शामिल होंगे। किसान नेताओं का कहना है कि “उन्हें डराकर और थकाकर डिगाया नहीं जा सकता। जब तक सरकार उन पर दर्ज सभी मुकदमें वापस नहीं लेती और उनकी सभी मांगों को नहीं मान लेती वह दिल्ली की सीमाओं से वापस नहीं जाएंगे”।
बता दें, 26 मई को मोदी सरकार को भी सात साल पूरे हो गए। जिस पर संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा है कि 26 मई 2014 को पहली बार मोदी सरकार बनी। तब से इन 7 सालों में सरकार ने किसानों, मजदूरों, गरीबों, दलितों, महिलाओं, आदिवासियों, छात्रों, युवाओं, छोटे व्यापारियों और सामान्य नागरिकों के खिलाफ फैसले किए। इसलिए अन्नदाताओं ने 26 मई, 2021 को सरकार के खिलाफ विरोध दिवस मनाने का फैसला लिया है।
संयुक्त किसान मोर्चा ने देश के सभी किसानों, मजदूरों, युवाओं, छात्रों, कर्मचारियों, लेखकों, चित्रकारों, ट्रांसपोर्टरों, व्यापारियों और दुकानदारों सहित अन्य वर्गों के लोगों से 26 मई को सड़क पर उतरकर विरोध करने की अपील की है। इस दौरान पुरुष काली पगड़ी और महिलाएं काली चुन्नी पहनकर रोष प्रकट करेंगी साथ ही काले झंडे लगाकर और मोदी सरकार के पुतले फूंककर तीनों कृषि कानूनों, बिजली संशोधन विधेयक 2020 और प्रदूषण अध्यादेश का विरोध किया जाएगा।

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