ओमिक्रॉन को लेकर इंटरनेशनल यात्रियों के लिए आज से कड़े नियम लागू

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अब तक आप सब कोरोना के नए वैरिएंट से रूबरू हो ही गए होंगे। बता दें कि ओमिक्रॉन नाम का यह वायरस साउथ अफ्रीका से निकलकर अब पूरी दुनिया में कहर बरसा रहा है। सबसे अच्छी बात यह है कि देश में अभी तक इस नए वैरिएंट का कोई केस सामने नहीं आया है। हालांकि भारत की राज्य सरकार इसको लेकर काफी सर्तकता बरत रही है। अंतरराष्ट्रीय यात्रियों, खासकर अधिक जोखिम वाले देशों से आने वालें यात्रियों के लिए कल यानी मंगलवार मध्य रात्रि से कड़े नियम लागू किए गए हैं।


बताया जा रहा है कि केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कल सभी राज्यों को ढिलाई नहीं करने और विभिन्न हवाई अड्डों, बंदरगाहों तथा भू-सीमा से आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की अधिक निरीक्षण करने की सलाह दी है। नए नियमों के अनुसार दूसरे देश से आने वाले यात्रियों के लिए आरटी-पीसीआर टेस्ट कराना अनिवार्य है। हालांकि जांच के नतीजे आने के बाद ही उन्हें हवाई अड्डे से बाहर जाने की परमिशन मिलेगी। जबकि अब एयर सुविधा पोर्टल पर मौजूद सेल्फ डेक्लेरेशन फॉर्म(स्व प्रमाणीकरण पत्र) में सभी इंटरनेशनल पैसेंजर्स को फ्लाइट बोर्ड करने से पहले अपनी 14 दिन की ट्रैवल हिस्ट्री बतानी होगी। सबसे खास बात यह है कि पॉजिटिव पाए जाने वाले यात्रियों को आइसोलेट किया जाएगा और सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग होगी।


आपको बता दें कि ड्रग निर्माता कंपनी मॉडर्ना के सीईओ स्टीफन बैंसेल ने मंगलवार को कहा कि कोविड की मौजूदा वैक्सीन ओमिक्रॉन के हिसाब से उतनी असरदार नहीं है, जितना यह डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ थी। वहीं बैंसल ने कहा कि हमें जल्दबाजी में कोई फैसला लेना ठीक नहीं है। हमें और भी डेटा का इंतजार करने की जरूरत है। मैंने जितने भी वैज्ञानिक से बात की है, उन्होंने कहा कि महामारी के लिहाज से यह अच्छा संकेत नहीं है। नई गाइडलाइन के मुताबिक,राज्यों को विदेशों से आने वाले यात्रियों की निगरानी और टेस्टिंग बढ़ाने के साथ ही कोरोना हॉटस्पॉट की निगरानी करने को कहा गया है।

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