कहां पहुंचा है आदित्य एल-1? आइये जानते हैं सूर्य से कितनी दूर है यान

लवी फंसवाल। जैसा कि आप सब जानते ही हैं की आदित्य L1ने सूर्य पर पहुंचने के लिए उड़ान भर ली थी। लेकिन आपको इससे जुड़ी एक बड़ी अपडेट बता दें कि आदित्य L1 ने सफलतापूर्वक बदली कर ली है। जी हां आपने सही सुना, आदित्य L1ने दूसरी कक्षा में प्रवेश कर लिया है। जब आदित्य L1 पृथ्वी के स्पेहर ऑफ इनफ्लूएंस मतलब गुरुत्वीय बल के दायरे से बाहर हो जाएगा। तब ट्रांस लेगरान्ज 1 इनसर्शन किया जाएगा। यानी उसे सूर्य की ओर L1 प्वाइंट के लिए मोड़ा जाएगा। फिर यहां से यान को 116 दिनों की यात्रा के बाद आदित्य L1 सेटेलाइट L1 पॉइंट पर पहुंचाया जाएगा। इस तरह से कुल 128 दिनो की यात्रा करने के बाद आदित्य L1 उपग्रह L1 प्वाइंट पर अपने इंप्रिंटस छोड़ेगा।
चलिए अब हम आपको यह बताते हैं कि सूर्य के कितने करीब पहुंच गया है यान
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की ओर से लॉन्च किए गए भारत के पहले सूर्य मिशन के बारे में लगातार कई अपडेट्स सामने आ रही है। आदित्य एल-L1 लगातार अपनी दिशा में सफलतापूर्वक आगे बढ़ता जा रहा है। इसरो ने इससे जुड़ी खुद एक अपडेट जारी करते हुए ये जानकारी दी है कि मिशन के यान ने सफलतापूर्वक पृथ्वी की कक्षा बदलने का दूसरा चरण पूरा कर लिया है। इसरो के अनुसार, मॉरीशस, बेंगलुरु और पोर्ट ब्लेयर में ISTRAC/ISRO के ग्राउंड स्टेशनों ने आदित्य एल-L1 को ट्रैक किया।
इसरो ने अपडेट को जारी करते हुए ये भी बताया है कि दूसरा चरण सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद आदित्य एल1 की नई कक्षा 282 किमी x 40225 किमी हो गई है। अब इसरो की ओर से 5 दिन बाद आदित्य एल-L1 को तीसरे ऑर्बिट में पहुंचाया जाएगा। आदित्य एल-1 आगामी 10 सितंबर को सुबह 2 बजकर 30 मिनट पर तीसरी कक्षा में प्रवेश करने की कोशिश करेगा।

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