टमाटर ने फिर दिखाया अपना रंग, चंड़ीगढ में कीमत 350 रूपये किलोग्राम के पार

राजतिलक शर्मा। देश में टमाटर के दाम इतने बढ़ गए है कि लोगों को हैरानी हो रही है कि आखिर ओर कितना महंगा होगा टमाटर। सरकार की तरफ से टमाटर के रेट को कम किए जाने के दावे हवा-हवाई हो रहे है और टमाटर है कि हर रोज अपना रंग बदल रहा है। कहने का मतलब है कि टमाटर अब तक दोहरा शतक लगा चुका है। और कहीं कहीं तो चौहरा शतक लगाने की तफर बढ़ रहा है। हम बात कर रहे है चंड़ीगढ की जहां पर टमाटर के भाव 350 रूपये किलो तक पहुंच चुके हैं तो दिल्ली- एनसीआर में 250 रूपये किलो में बिक रहा है।
वहीं अब सरकार के उन दावों की बात करें तो जब टमाटर के रेट में बढोतरी शुरू हुई तो सरकार की तरफ से इसके उत्पादन और कीमतों को घटाने के लिए नेफेड और एनसीसीएफ दूसरे राज्यों से टमाटर खरीदने के लिए कहा गया। लेकिन वही ढ़ाक के तीन पात वाली कहानी ही सामने आई।
दूसरी तरफ रही सही कसर बारिश ने पूरी कर दी। उत्तर भारत में हो रही लगातार बारिश के कारण टमाटर सहित कई सब्जियों के उत्पादन पर गहरा असर पड़ा। देश के अलग-अलग हिस्सों में हो रही बारिश के कारण मंडियों में सब्जी के ट्रक टाइम से नहीं पहुंच पा रहे हैं। खास बात तो यह है कि फास्टफूड परोसने वाली दिग्गज कंपनियों जैसे मैकडोननॉल्ड् ने बर्गर सहित अपने खाने के प्रोडक्टस में टमाटर के इस्तेमाल से तौबा कर ली है।
अगर टमाटर की कीमतों पर गौर से ध्यान दिया जाए तो एक किलो टमाटर में दो से तीन लीटर पेट्रोल और डीजल आसानी से ले सकते हैं।
खास बात तो यह है कि टमाटर के दाम उस देश में बढ़ जो कि उत्पादन में मामले में विश्व में दूसरे नंबर पर आता है।

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