लखनऊ में एक 16 साल का नाबालिग बच्चा पबजी गेम का इतना आदी कि उसने गेम के चक्कर में अपनी मार को ही मौत के घाट उतार दिया। सबसे हैरानी वाली बात है कि वह शव के साथ तीन दिन तक घर के अंदर ही बंद रहा। ऐसा कहना है लखनऊ पुलिस का। पुलिस का कहना है कि उसने मामले को चंद घंटे में सुलझा लिया। पुलिस के मुताबिक मंगलवार देर रात एक काल पर बताया गया कि पास के मकान से बदबू आ रही है। पुलिस मौके पर पहुंची तो देखा कि एक औरत की गोली मार कर हत्या कर दी गई है, वहीं घर में दो नाबालिग बच्चे एक भाई जिसकी उम्र 16 और एक बहन (9) भी मौजूद है। एडीसीपी पूर्वी कासिम आब्दी के मुताबिक नवीन के परिवार में पत्नी साधना सिंह, 16 साल का बेटा और 9 साल की बेटी है। तीनों पीजीआई में निर्मित मकान में रहते हैं। शनिवार रात को साधना दोनों बच्चों के साथ कमरे में सो रही थी। रात करीब 3 बजे बेटे ने पिता की लाइसेंसी पिस्तौल से सिर में गोली मार दी। जिससे साधना की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं छोटी बहन को धमकी देकर दूसरे कमरे में लेकर गया। जहां पर दोनों सो गये। सुबह उठने केबाद बहन को दोबारा धमकी दी। कहा कि पुलिस या किसी को बताया तो उसे भी जान से मार देगा।
मूलरुप से वाराणसी के रहने वाले नवीन सिंह सेना में सुबेदार मेजर (जेसीओ) के पद पर तैनात है। वर्तमान में उनकी तैनाती पश्चिम बंगाल के आसनसोल में हैं। उनका परिवार लखनऊ के पीजीआई के पंचमखेड़ा स्थित जमुनापुरम कालोनी में रहता है।
पब्जी गेम के चलते बेटे ने मां को गोली से उड़ाया, तीन दिन तक रहा लाश के साथ

गोली