भगवान पर आस्था रखने वाले लोगों की दुनिया में कमी नहीं है। मन वचन औऱ कर्म से स्तुति मात्र करने से भगवान भक्ति का लाभ प्राप्त हो जाता है। सतयुग, त्रेतायुग और द्वापर युग की बात की जाए तो इस दौर में वर्षों तप करने के बाद भक्ति का फल मिलता था।
सवाल है कि आखिर आस्था रखने वाले लोगों की संख्या अनगिनत है लेकिन भगवान का चेहरा कैसा है इसका जबाव किसी के पास नहीं है? इसका जबाव आपको वैज्ञानिकों के अगूढ़ संघर्ष के बाद मिल रहा है। वैज्ञानिकों ने भगवान के दृश्य का स्कैच जारी कर बड़े रहस्य से पर्दा उठाया है। अगर आपको भगवान का स्कैच देखना है तो इस खबर को पूरा पढ़िए। दरअसल इंसान के आंतरिक मन में एक सवाल चलता रहता है कि भगवान कैसा दिखता है?
इस सवाल का जबाव आपके सामने अमेरिका के मनोवैज्ञानिकों के द्वारा पेश किया गया है। शोध के लिए 511 अमेरिकी ईसाईयों की मदद से यूनिवर्सिटी ऑफ नार्थ कैलिफोर्निया के चेपल हिल पर इस सीन को दिखाया गया है। कई चेहरों को संयोजिक करने के बाद शोधकर्ताओं ने ईश्वरीय चेहरे को पारिदृश्य किया। आखिर कैसे भक्तों ने भगवान को प्रकट किया इस पर विचार करने के बाद स्कैच बनाया गया।
परिणाम हासिल करने के लिए शोधकर्ताओं ने पाया कि कई ईसाईयों ने भगवान को छोटी, अधिक स्त्री और कम कोकेशियान के रूप में देखा था। जनसांख्यिकीय विशेषताओं से संबंधित छोटे कद काठी के लोग एक छोटे से दिखने वाले भगवान में विश्वास करते थे।