राहुल गांधी ने शुरू की नई परंपरा, वाजपेयी की समाधी पर जाकर दी श्रद्धांजलि

अटल बिहारी वाजेपेयी की समाधि स्थल

अटल बिहारी वाजेपेयी की समाधि स्थल

राजतिलक शर्मा: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार से एक नई परंपरा को जन्म दे दिया। उन्होंने राजनीतिक विचारों से ऊपर उठकर भारत के पूर्व पीएम और भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता अटल बिहारी वाजेपेयी की समाधि स्थल पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसी के साथ ही राहुल ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के साथ-साथ प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू, लाल बहादुर शास्त्री, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और अटल बिहारी वाजपेयी के समाधी स्थलों पर पहुंचे और उन पर फूल चढ़ाए और इन महापुरुषों को नमन किया।

राहुल सबसे पहले अपने पिता और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की समाधि ‘वीर भूमि’ पर श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद उन्होंने इंदिरा गांधी की समाधि ‘शक्ति स्थल’, नेहरू की समाधि ‘शांति वन’, लाल बहादुर की समाधि ‘विजय घाट’, महात्मा गांधी की समाधि राजघाट और वाजपेयी की समाधि ‘सदैव अटल’ जाकर श्रद्धांजलि अर्पित की। बड़ी बात है कि गांधी परिवार का कोई सदस्य या कांग्रेस का कोई शीर्ष नेता पहली बार वाजपेयी की समाधि पर पहुंचा। वाजपेयी की 25 दिसंबर को जयंती थी।

बता दें कि राहुल का शनिवार की शाम ही इन दिग्गज नेताओं की समाधियों पर जाने का कार्यक्रम था लेकिन पद यात्रा को पूरा करने में समय लग गया जिस कारण कार्यक्रम को फिर से बनाया गया
‘भारत जोड़ो यात्रा’ में करीब 3,000 किलोमीटर की दूरी तय करके दिल्ली पहुंचने के बाद राहुल गांधी ने इन प्रमुख नेताओं की समाधियों पर पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की।
गौरतलब है कि, राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा 3 जनवरी से उत्तर प्रदेश से शुरू होगी और तीन जिलों को कवर करेगी। इसके बाद 4 जनवरी को बागपत, 5 जनवरी को शामली और 6 जनवरी को कैराना से होते हुए हरियाणा के सोनीपत जाएगी। इसके बाद यात्रा पंजाब और जम्मू-कश्मीर के लिए रवाना होगी।

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