NCERT में पाठ्यक्रम के बदलाव को लेकर हुआ विरोध

Lavi Fanshwal। NCERT की पुस्तकों में इतिहास को लेकर कई बदलाव हुए हैं। जिसमें 10वीं, 11वीं और 12वीं की पुस्तकें बिल्कुल बदल सी गई हैं। पाठ्यक्रम को बदलने की घोषणा पिछले साल जून में कर दी गई थी। लेकिन अभी कहीं लागू नहीं हुआ था। आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार ने पिछले साल NCERT के पाठ्यक्रम को लेकर दिए गए निर्देशों को लागू भी कर दिया है। पिछले साल जून में NCERT की किताबों का पाठ्यक्रम बदलने की घोषणा की गई थी। लेकिन उसे कहीं सुचारु रूप से चालू नहीं किया गया था। इसके एक साल बाद यानी इस साल भी इस और इतना अधिक ध्यान नहीं दिया गया है।लेकिन वहीं उत्तर प्रदेश में पाठ्यक्रम के इन बदलावों को लागू भी कर दिया गया है। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड सीबीएसई की 10वीं, 11वीं और 12वीं के छात्रों का इतिहास पाठ्यक्रम बदल गया है। जिसके चलते छात्रों को अब पुराना इतिहास जो किताबों में चलता आ रहा था। वह नहीं पढ़ाया जाएगा। अब पाठ्यक्रम में अकबरनामा, बाबरनामा, मुगल साम्राज्य, दिल्ली दरबार और कई राजनीतिक गुटों के उदय की कहानियां नहीं पढ़ाई जायेंगी। इसकी जगह भारत का प्राचीन इतिहास व गीता ज्ञान जैसी चीजें पढ़ाई जाएंगी। पाठ्यक्रम में इतने बड़े बदलाव के कारण कई जगह विवाद भी पैदा हो गया है। कांग्रेस, शिवसेना और सीपीएम जैसी कई पार्टियां हमलावर हो रही हैं। जिनका कहना है कि यह सरासर गलत है। उनका कहना यह भी है, कि इन सब की जिम्मेदार भाजपा है। पाठ्यक्रम में आए बदलाव के कारण प्रतिदिन नए विवाद सामने आ रहे हैं।

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