लवी फंसवाल। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) की बगावत अब सबके सामने आगयी है। एक तरफ अजीत पवार ने चाचा शरद पवार को हटाकर खुद को अध्यक्ष घोसित कर दिया है, तो वहीं दूसरी तरफ शरद पवार ने कहा है वह अभी तक अध्यक्ष हैं। इसको लेकर दोनों की लडाई विधान परिषद भी पहुँच चुकी है। वहीं आज यानी गुरुवार को उन्होंने दिल्ली में एक अहम बैठक की। बैठक के दौरान उन्होंने NCP का अध्यक्ष बताया। जिसको लेकर अजीत पवार ने पलटवार करते हुए कहा यह सब गैर कानूनी है।

आपको बता दें, तो एनसीपी में चाचा भतीजे आमने सामने आगये हैं। दोनों की लडाई के बीच पार्टी टूट कर बिखर गयी है। वहीं दोनों अपनी बातों पर अड़े हुए हैं, जिसको लेकर शरद पवार ने गुरुवार को दिल्ली में बैठक की। बैठक के दौरान उन्होंने कहा एनसीपी के अध्यक्ष वह हैं। किसी और के अध्यक्ष बनने की बात बिल्कुल गलत है। जिस पर उनके भतीजे और एनसीपी बागी गुट के नेता अजीत पवार ने उनकी इस बैठक को अवैध बताया। शरद पवार की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में कई नेता उपस्थित हुए। बता दें, एनसीपी पर कब्जे के लिए पहले शक्ति परीक्षण में अजित पवार ने बढ़त हासिल की है। दो जुलाई को एनसीपी दोफाड़ होने के बाद बुधवार को दोनों गुटों ने अपनी ताकत दिखाने के लिए अलग-अलग बैठकें कीं। अजित गुट की बैठक में एनसीपी के कुल 53 में से 32 विधायक शामिल हुए। वहीं, शरद पवार गुट की बैठक में 16 विधायक, तीन विधान परिषद सदस्य और चार सांसद शामिल हुए। पार्टी और चुनाव चिह्न पर दावेदारी को लेकर दोनों गुट चुनाव आयोग पहुंचे हैं। अजित गुट ने अपने समर्थन में 40 से अधिक विधायकों व सांसदों के हलफनामे दिए हैं।

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