राहुल गांधी से मिलना चाहते थे केजरीवाल, कांग्रेस ने रख दी एक शर्त

दीपक झा। केजरीवाल लगातार अध्यादेश के खिलाप विपक्ष को एक करने में लगे हुए हैं। केजरीवाल का कहना है, जब सुप्रीम कोर्ट से नियाइक प्रक्रिया के तहत हमे अधिकार मिला, तो उसे केंद्र सरकार कैसे छीन सकती है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा, दिल्ली की जनता ने सीएम को चुना है, न की एलजी को, पुलिस और जमीन को छोड़ तबादले और पोस्टिंग का अधिकार मिला। जब दिल्ली में केजरीवाल की सरकार आई है, तभी से केजरीवाल और एलजी के बीच तल्ख टिप्पणी होती रहती थी। अधिकारों को लेकर यह मामला कोर्ट तक गया, जिसका फैसला आने में करीब 8 साल का वक्त लगा। केजरीवाल ने कहा, हम जनता के बीच जाएंगे। घर- घर जाकर सरकार के तानाशाही रवैया के बारे में बताएंगे। तभी से केजरीवाल चाहते हैं। यह अध्यदेश किसी भी हाल में राज्यसभा में पास न हो। जिसके लिए समर्थन जुटाने में लग गए।

गुरूवार को केजरीवाल ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से और पार्टी नेता राहुल गांधी से मिलने के लिए समय मांगूंगा। उन्होने बकायदा ट्विट कर लिखा- कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे और राहुल गांधी से मिलने के लिए आज सुबह का समय भाजपा सरकार द्वारा पारित, अलोकतांत्रिक, एन असंवैधानिक, अध्यादेश के खिलाफ पार्ल में कांग्रेस का समर्थन लेने, और संघीय ढांचे और मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर सामान्य हमले पर चर्चा करने के लिए। जिसके बाद से कांग्रेस का प्रतिक्रिया सामने आ गई है। कांग्रेस प्रवक्ता अलका लांबा ने ट्विट कर लिखा- कांग्रेस परिवार, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी , पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह , पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय शीला दीक्षित ज और गांधी परिवार से आप माफ़ी माँगे, और बात आगे बड़ी तो हम कार्यकर्ताओं को कोई आपत्ति नहीं होगी। उम्मीद करते हैं कांग्रेस अध्यक्ष, कांग्रेस के लाखों करोडों कार्यकर्ताओं की आप द्वारा आहत की गई भावनाओं का ख्याल करते हुए, अरविंद केजरीवाल को समय देने पर विचार करेगें। अभी तक दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इन पार्टियों से समर्थन पर हामी ले चुके हैं। सबसे पहले बिहार के सीएम नीतिश कुमार से मुलाकात की, और नीतिश कुमार ने अपना समर्थन देने का ऐलान कर दिया। हालांकी इन दिनों में केजरीवाल बंगाल गए। जहां उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात कर, समर्थन मांगा। बुधवार को उधव ठाकरे से मिले, और उन्होंने भी राज्य सभा में समर्थन का ऐलान किया। गुरुवार को केजरीवाल एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार से भी मिले, और समर्थन का ऐलान किया।

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