कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय मंत्री आरएपीएन सिंह ने थामा बीजेपी का दामन, स्वामी को देंगे टक्कर

आरएपीएन सिंह

आरएपीएन सिंह

कांग्रेस की मनमोहन सिंह सरकार में गृह राज्य मंत्री रहे उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के स्टार प्रचारक आरएपीएन सिंह ने कांग्रेस को छोड़ दिया है। आरएपीएन सिंह ने कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। वह मंगलवार को नई दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी में शामिल होंगे। उनके साथ समाजवादी पार्टी के विधायक शरदवीर सिंह भी भाजपा की सदस्यता लेंगे।

पूर्व केन्द्रीय मंत्री आरपीएन सिंह ने लम्बी सेवा के बाद मंगलवार को कांग्रेस को त्याग दिया है। कुंवर रतनजीत प्रताप नारायण (आरपीएन) सिंह कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजे गए इस्तीफे में उन्होंने लिखा है कि आज देश में हम अपने महान गणराज्य के गठन का जश्न मना रहे हैं। इस अवसर पर मैं भी अपनी राजनीतिक यात्रा में एक नया अध्याय शुरू करता हूं। जय हिंद।

उत्तर प्रदेश में कांग्रेस का बड़ा चेहरा और सोमवार को ही कांग्रेस का स्टार प्रचारक की सूची में शामिल पूर्व केन्द्रीय मंत्री आरपीएन सिंह का नया ठिकाना अब भारतीय जनता पार्टी होगा। माना जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी उनको उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में टिकट भी दे सकती है। जितिन प्रसाद तथा आरपीएन सिंह उत्तर प्रदेश में कांग्रेस का बड़ा और चर्चित चेहरा माने जाते हैं। जितिन प्रसाद के कांग्रेस छोड़ने के बाद अब आरपीएन सिंह भी जितिन की तरह ही भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो जाएंगे।

केन्द्र की मनमोहन सिंह सरकार में मंत्री रहे कुशीनगर के शाही सैंथवार परिवार के आरपीएन सिंह को कांग्रेस ने सोमवार को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में पहले चरण के मतदान के लिए 30 सदस्यीय स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल किया, लेकिन एक दिन बाद ही वह पार्टी छोड़ रहे हैं। पूर्व केन्द्रीय मंत्री आरपीएन सिंह आज नई दिल्ली में भाजपा में शामिल होंगे। केन्द्र में आरपीएन सिंह गृह राज्य मंत्री की जिम्मेदारी निभा चुके हैं।

उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के बड़े नेता पूर्व केन्द्रीय मंत्री आरपीएन सिंह कई राज्यों के प्रभारी भी हैं। तीन दिनों पहले उनकी मुलाकात पीएम नरेन्द्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से हो चुकी है। वह बीते कई महीने से कांग्रेस में सक्रिय भी नहीं थे। आरपीएन सिंह पूर्वांचल में कांग्रेस का बड़ा चेहरा माने जाते हैं। आरपीएन सिंह कुशीनगर के सैंथवार के शाही परिवार से आते हैं। उनका कांग्रेस से पुराना नाता रहा है और पार्टी के वफादार रहे हैं। उनके पिता सीपीएन सिंह भी पुराने कांग्रेसी थे। आरपीएन सिंह भी अपने पिता सीपीएन सिंह की तरह पडरौना के विधायक रहे। वर्ष 1996 से 2009 तक विधायक रहने के बाद आरपीएन सिंह कुशीनगर से 15वीं लोकसभा सदस्य बने। 16वीं लोकसभा चुनाव में भाजपा के राजेश पाण्डेय ने उन्हें हरा दिया था।

कुंवर रतनजीत प्रताप नारायण सिंह (आरपीएन सिंह) को पडरौना का राजा साहेब कहा जाता है। वह इसी नाम से प्रसिद्ध हैं। पडरौना बहुत प्रसिद्ध जगह है, यहां भगवान बुद्ध ने आखिरी बार भोजन किया था। यह क्षेत्र कुशीनगर जिले के अंदर आता है। आरपीएन सिंह का जन्म 25 अप्रैल 1964 को दिल्ली में हुआ था। वह कुशीनगर के क्षत्रिय परिवार से हैं। 2002 में उन्होंने पत्रकार सोनिया सिंह से शादी की। पूर्व केन्द्रीय मंत्री आरपीएन और सोनिया के तीन बेटियां हैं। आरपीएन के पिता कुंवर सीपीएन सिंह कुशीनगर से सांसद थे। वह 1980 में इंदिरा गांधी कैबिनेट में रक्षा राज्यमंत्री भी रहे।

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