भारत में सबसे पहले बुलंदशहर के तस्कर लेकर आए थे जिगाना पिस्टल

राजतिलक शर्मा।माफिया से राजनेता बने अतीक अहमद और उसके भाई की अशरफ की हत्या ने पूरे देश में सनसनी फैला दी है। हत्यारों ने महज कुछ सेकेंड की अंदर ही दोनों भाईयों की जीवन लीला समाप्त कर दी। इसी के साथ ही अतीक और अशरफ की हत्या के बाद ही तीनों हमलावरों ने तुरंत पुलिस के समाने सरेंडर भी कर दिया। अब सभी के मन में एक सवाल पैदा हो रहा है कि वह कौन सी पिस्टल थी कि जिसका निशाना इतना सटीक और मारक छमता इतनी घातक थी कि पुलिस वाले कुछ समझ पाते कि दोनों माफिया का काम तमाम कर दिया। जानकारी के मुताबिक दोनों भाईयों की हत्या में हाइली सोफिस्टिकेटेड जिगाना पिस्टल का इस्तेमाल किया गया था। आपको बता दें कि भारत में इसके इस्तेमाल पर पूरी तरह से रोक लगी हुई है। जिगाना एक सेमी ऑटोमैटिक पिस्टल है तुर्की की हथियार बनाने वाली टीसास( TISAS) ने 2001 से निर्माण शुरू किया। गैंगस्टरों की पहली पसंद बन चुकी तुर्की में बनी जिगाना पिस्टल को देश के अंदर सबसे पहले बुलंदशहर के खुर्जा के दो भाई व दिल्ली के जाफराबाद का निवासी सलीम अहमद लेकर आए थे। इन हथियार तस्करों ने ही जिगाना पिस्टल को देश में कई माफिया डॉन, गैंगस्टरों व व्यवसायियों को सप्लाई किया। अगर यह पिस्टल गैंगस्टरों की पसंद बनी हुई है तो इसकी कई खास वजह हैं। जिगाना पिस्टल से एक साथ 15 गोलियां चलती हैं। दूसरी अब ये पिस्टल रखना गैंगस्टर अपने गिरोह की शान समझने लगे हैं। प्रयागराज में माफिया डॉन अतीक अहमद व उसके भाई अशरफ की हत्या के बाद एक बार फिर ये महंगी पिस्टल सुर्खियों में है। इन दोनों भाइयों की हत्या के लिए आरोपियों ने इसी पिस्टल का इस्तेमाल किया। स्पेशल सेल के एक अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तान से जिगाना पिस्टल की खेप नेपाल पहुंचती है। वहां से ये भारत लाई जाती है। इस पिस्टल के हर पुर्जे को अलग किया जाता है और उसके बाद भारत लाया जाता है। पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के लिए भी जिगाना पिस्टल का इस्तेमाल किया गया था। ऑस्ट्रिया की ग्लॉक पिस्टल, रूसी एएन-94, जर्मनी की पी-30 हैंडगन के साथ ही जिगाना पिस्टल का इस हत्याकांड में इस्तेमाल हुआ। पंजाब में कई गैंगवार के दौरान भी जिगाना पिस्टल का इस्तेमाल होता रहा है। गैंगस्टरों की पसंद होने के पीछे एक बड़ी वजह जिगाना का लॉकिंग सिस्टम भी है। सबसे बड़ी बात है कि इसका वजन एक किलोग्राम से भी कम है जिससे आसानी से संभाला जा सकता है। यह जल्दी गर्म भी नहीं होती है। ऑपरेटिंग सिस्टम इस पिस्टल की खूबी है इसी के चलते ही मैगजीन पिस्टल में तुरंत लोड हो सकती है।

About Post Author

आप चूक गए होंगे