नोएडा के लोगो को जल्द मिलेगी पॉल्यूशन से राहत, शूरू होगा स्मॉग टावर

वायु की गुणवत्ता को शुद्ध करने के लिए बनेगें स्मॉग टॉवर
दीपक- दीवाली के बाद से दिल्ली एनसीआर में वायु प्रदूषण खतनाक संकेत दे रहा है। शोधकर्ताओं में हवा की गुणवत्ता को जांच करने के बाद स्पष्ट करते हुए बताया कि दिल्ली एनसीआर में एयर क्वालिटी इंडेक्स 800-900 के बीच है। इसके लिए स्मॉग टॉवर बनाने की प्रक्रिया बनाने का सुझाव दिया गया है। जो मानव जीवन को काफी प्रभावित कर रहा है। दरअसल 300 के पार जाना भी वायु दूषित नकारात्मक संकेत देता है। प्रदूषण की गुणवत्ता 200 के नीचे रहना चाहिए। ठंड के मौसम में जिस तरह से एनसीआर में प्रदूषण का स्तर बहुत ज्यादा बढ़ जाता है, जिससे यहां पर रहने वाले निवासियों को कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
हवा को साफ करने के लिए बनाए जा रहे एयर पॉल्यूशन कंट्रोल का काम पूरा हो चुका है। यह बिजली कनेक्शन से मिलते ही स्मॉग टावर काम करना शुरु कर देगा। बता दें कि स्मॉग टावर अपने 1किमी. के दायरे में हवा को साफ करने का काम करेगा। जिसे नवंबर माह में शुरु करने की संभावना बताई है। बता दें कि नोएडा अथॉरिटी और भारत हैवी इलेक्ट्रीकल लिमिटेड द्वारा डीएनडी फ्लाई ओवर पर इस टावर का निर्माण किया गया है।
कैसे काम करता है स्मॉग टावर
टावर का ऊपर का हिस्सा चारों और से प्रदूषित हवा को अंदर खींचता है इसमें लगे 4 केनोपी हवा को फिल्टर तक पहुंचाते हैं। फिल्टर हवा में उपस्थित प्रदूषित कणों को अलग करता है । इसके बाद साफ हवा टावर में लगे पंखो से बाहर निकल जाती है। इसी प्रकार से वातावरण शुद्ध रखता है।
नोएडा के इन सेक्टरों में होगा लाभ
स्मॉग टावर लगने से सेक्टर 16, सेक्टर 16-ए, सेक्टर 16-बी, सेक्टर 17, सेक्टर17-ए, सेक्टर 18, नोएडा , ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे। डीएनडी फ्लाई ओवर के आस –पास के इलाकों सहित करीब 14 सेक्टरो को प्रदूषित हवा से राहत मिलेगी। प्राधिकरण इस पर हर साल करीब 18.50 लाख रूपये खर्च करेगा। टावर के लगने से स्मॉग मे कमी आएगी।