बरगद का पेड़ छाया के अलावा देता है सैकड़ों रोगों से छुटकारा

बरगद को राष्ट्रीय वृक्ष की उपाधि मिली है। इसमें सैकड़ों रोगों के सटीक इलाज छिपे हैं। हिंदू धर्म में कई त्योहारों में इस पवित्र वृक्ष की पूजा होती है। बरगद की जड़, पत्ते, फल-फूल, दूध और बीज सेहत के लिए काफी फायदेमंद होते हैं। बरगद के गुणों से बालों की समस्या, आंख में तकलीफ, नाक से खून आना, कान के रोग, स्किन में समस्या (चेहरे पर झाईं, मुहांसे) आदि से छुटकारा पाया जा सकता है।
बरगद में मौजूद पोषक तत्व बनाते हैं रोग मुक्त
बढ़ती उम्र के साथ व्यक्ति को तरह-तरह की बीमारियां घेरने लगती हैं ऐसे में इनसे पीछा छुड़ाने का एकमात्र उपाय बरगद ही है। इस वृक्ष में मौजूद पोषक तत्व दांत में तकलीफ, टॉंसिल, पेचिश, खांसी-जुकाम, खूनी उल्टी, डायबिटीज़, खूनी बवासीर व सिफलिस, मासिक धर्म विकार, गर्भावस्था के वक्त होता कमर दर्द, याद्दाश्त, कुष्ठ रोग, सुजाल और नपुंशकता जैसे सभी रोगों में कारगर साबित होते हैं।
गौरतलब है, इसका प्रयोग बीमारी से संबंधित फिजीशियन से सलाह लेकर ही करना चाहिए। चिकित्सक के सुझाव के बाद बरगद के पत्तों का काढ़ा 50 से 100 मिलीग्राम लें। इसके फूल और फल का चूर्ण 3-6 ग्राम सेवन करें। वहीं, वट के दूध की बात करें तो 5-10 बूंद का प्रयोग किसी विशेषज्ञ के कहने अनुसार करें।