वैक्सीनेशन के चौथे फेज़ से पूर्व स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिया राज्य सरकारों को झटका, कहा 18 वर्ष की उम्र वालों के लिये न हो टीके का इस्तेमाल

देश में तेजी से फैल रही कोरोना की दूसरी लहर के बीच वैक्सीनेशन के चौथे फेज की शुरुआत होने जा रही है। आने वाली 1 मई से भारत के सभी राज्यों में 18 से ज्यादा की उम्र के लोगों को कोरोना का टीका लगाया जाएगा। इस कोरोना टीकाकरण अभियान की शुरुआत से पहले स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्य सरकारों को तगड़ा झटका दिया है। केंद्र ने स्पष्ट कर दिया है कि केंद्र द्वारा उपलब्ध करवाई गई वैक्सीन का उपयोग 45 वर्ष से कम उम्र के लोगों के लिए नहीं किया जा सकाता। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि ‘भारत सरकार के टीके की सप्लाई से मौजूदा प्राथमिकता वाले समूहों के अलावा किसी और को वैक्सीनेट नहीं किया जाएगा.’ यानी 18 से ज्यादा उम्र के लोगों को वैक्सीन की डोज मुहैया कराने के लिए सूबे की सरकारों को स्वयं कोरोना टीका खरीदना होगा।
खबरों के मुताबिक, अतिरिक्त सचिव मनोहर अगहानी ने राज्य सरकारों को पत्र लिखकर कहा है कि, ‘मैन्यूफैक्चरर से वैक्सीन की 50% सप्लाई भारत सरकार के लिए होती है। ये टीके मौजूदा प्राथमिकता वाले लाभार्थियों के लिए ही राज्यों / केंद्रशासित प्रदेशों को दिए जाएंगे, यानी इन टीकों से हेल्थ केयर वर्कर्स, फ्रंट लाइन वर्कर्स और 45 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति का ही वैक्सीनेशन हो सकता है।’ इस पत्र में आगे कहा गया कि कहा मैन्युफैक्चरर से वैक्सीन की बाकी 50 प्रतिशत सप्लाई का इस्तेमाल राज्य / केंद्रशासित प्रदेश सरकार, निजी अस्पतालों और औद्योगिक प्रतिष्ठानों के अस्पतालों में 18-44 वर्ष या उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के टीकाकरण के लिए किया जा सकता है।
गौरतलब है, मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक मंत्रालय की ओर से राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों को बिना किसी दाम के 15 करोंड़ से अधिक टीके दिए गए हैं।

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