मीडिया ग्रुप पर सीबीडीटी का छापा, 1,000 करोड़ का फर्जीवाड़ा पकड़ा

अहमदाबाद में मीडिया ग्रुप पर केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड(सीबीडीटी) का छापा पड़ा है। आरोप है कि मीडिया ग्रुप से 1,000 करोड़ का बेहिसाबी लेन देन किया गया है। जानकारी के अनुसार ग्रुप इलेक्ट्रॉनिक, डिजिटल औऱ प्रिंट मीडया के साथ रियल स्टेट का कारोबार भी करता है। सीबीडीटी ने दावा किया कि शुक्रवार को मीडिया व रियल स्टेट के समूह पर छापा डालकर 1,000 करोड़ का बेहिसाबी लेन देन का पता लगाया गया है। इस ग्रुप की पहचान ‘संभाव ग्रुप’ के रूप में की गई है। सीबीडीटी ने बयान जारी करते हुए कहा कि 8 सितंबर को 20 ठिकानों की तलाशी की गई जो गुजरात के प्रमुख व्यापारिक घरानों में शामिल है। फिलहाल छापेमारी की जा रही है। अधिकारी ने कहा कि संभाव ग्रुप की मीडिया इकाई में इलेक्टॉनिक डिजिटल और प्रिंट मीडिया है। उन्होंने कहा कि इसके अंतर्गत रियल स्टिट शाखा में किफायती आवास व परियोजनाएं एंव शहरी नागरिक बुनियादी ढाचा शामिल है। छापेमारी के दौरान 2.70 करोड़ की नगदी के साथ कई कीमती आभूषण जब्त कर लिए गए है। इसके अलावा 14 लॉकरों को नियंत्रण में रखा गया है। जानकारी के अनुसार संभाव ग्रुप में वीटीवी न्यूज, अभियान पत्रिका, सांध्य अखबार और रेडियो स्टेशन टॉप एफएम शामिल है। चैनल प्रमुख हेमंत गिलानी ने बुधवार को कहा था कि वीटीवी में छापेमारी की जा रही है। वहीं सीबीडीटी ने कहा कि छापेमारी में विभिन्न दस्तावेज वरामद किए गए है। दस्तावेजों में करीब 500 करोड़ रुपए की साक्ष्य हस्तांतरित विकास अधिकार प्रमाण पत्रों की बिक्री से बिना हिसाबी प्राप्तियों का संकेत दे रही है। बताया गया कि छापेमारी में कई साक्ष्य मिले हैं जिसमें परियोजनाओं और भूमि सौदों में 350 करोड़ रुपए से अधिक लेन देन के साक्ष्य मिले हैं। बयानों के मुताबिक 150 करोड़ रुपए से अधिक बेहिसाबी नगदी आधारित ऋण और ब्याज पुनर्भुगतान के साक्ष्य शामिल है। कर विभाग के लिए नीति तैयार करने वाली सीबीडीटी ने कहा कि विगत वर्षों में बड़ी संख्या में अर्जित संपत्तियों के मूल दस्तावेज के साथ नगदी खर्च, अग्रिम नगदी, प्राप्त नगदी के पर्याप्त सबूत मिले है।

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