तुलसी में हैं कई लाभकारी गुण

तुलसी के पौधें को हिंदू मान्यताओं के अनुसार पूजा जाता हैं। इसमें सैकड़ों औषधीय गुण भी छिपे हैं। तुलसी में पाए जाने वाले तत्व में विटामिन ए और बी, सी, खनिज़ तत्व, कैल्सियम, जिंक, आयरन, सिट्रिक, टारटरिक, मैलिक एसिड मौजूद होते हैं। अधिकांश लोग इसको चाय में डालकर प्रतिदिन सेवन करते हैं। तुलसी का सेवन प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में किया जाता हैं। इससे ब्रांकइटिस व फेफडों में संक्रमण से बचाव किया जाता हैं। महिला में माहवारी की अनियमितता की समस्या तुलसी के सेवन से राहत मिलती हैं। सर्दी-खांसी और बुखार में गुड़, काली मिर्च, लौंग, अदरक और तुलसी के पत्ते को पानी में डालकर काढ़ा बनाकर पीने से राहत मिलती हैं। पेट से जुड़ी समस्याओं के लिए जीरे के साथ तुलसी के पत्तों को पीसकर दिन में चार बार सेवन करने से राहत मिलती हैं। सांस से दुर्गधं आने में पत्तों को चबाने से सुगंध आने के आसार बढ़ते हैं। चोट और तनाव में फिटकरी के साथ तुलसी के पत्तों को मिलाकर लगाए। एंटी स्ट्रेस और टी बैक्टेरियल तत्व होने के कारण शरीर की तरोताजा ऊर्जा का संचालन होता हैं। वजन घटाने में तुलसी हार्मोन कार्टिसोल को कम करता हैं। डाइट में तुलसी का प्रयोग फायदेमंद हैं। याद्दाश्त को बढ़ाने में एंटी डिप्रेसेंट तत्व होने से दिमागी ताकत बढ़ाता हैं। सिरदर्द में अदरक सोंठ और तुलसी के पत्तों को चाय में मिलाकर सेवन करने से आराम मिलता हैं। तुलसी के शारीरिक नुकसान में गर्भावस्था में तुलसी का सेवन नहीं करना चाहिए। इसका अधिक सेवन करने से छाती और नाभि में जलन होने का खतरा हो सकता हैं। सर्जरी वाले मरीज को तुलसी का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे ब्लड पतला हो जाता हैं। ब्लीडिंग होने का खतरा बढ़ जाता हैं। डायबिटीज़ की दवा खाने वाले लोगों में नुकसान करता हैं। लो ब्लड प्रेशर वाले मरीजों को तुलसी सेवन से समस्या बढ़ सकती है। इसमें पोटेशियम होने के कारण इसका अधिक सेवन करना नुकसान दायक होता हैं।