कोरोना ने साहित्य जगत के सितारे को छिना

आकाशदीप से सम्मानित बंगाल के मशहूर कलाकार कवि शंख घोष का 89 की उम्र में कोविड-19 की चपेट में आने के कारण बिती रात देहावसान हो गया। जानकारी के अनुसार वह 14 अप्रैल को कोविड-19 की चपेट में आए थे और इस कारण उनका स्वासथ लगातार खराब हो रहा था, अमर उजाला फाउंडेशन के शब्द सम्मान के तहत सर्वोच्च पुरस्कार आकाशदीप से सम्मानित शंख घोष चिकित्सकों की सलाह से घर पर ही आइसोलेशन में रखे गये थे। इसि बीच देर रात उनके शरीर में ऑक्सीजन स्तर गिरनें के कारण बुधवार की सुबह साढ़े आठ बजे उनका देहांत हो गया। घोष एक जाने माने कवि थे जिनका जन्म 1932 में बांग्लादेश के एक छोटे सें गांव में हुआ था, उनहोनें अपनी पड़ाई प्रेसीडेंसी कॉलेज से बंग्ला में स्नातक कलकत्ता विश्वविद्यालय एमए किया और फिर जादवपुर विश्वविद्यालय जुडें और 1992 में वहीं से सेवानिवत्त हुए। घोष के देहांत के कारण अमर उजाला फाउंडेशन ने इस साल का शब्द सम्मान समारोह निरस्त कर दिया है,सम्मानित साहित्यकारों को पुरस्कार उलके आवास पर ही समर्पित किया जाएंगे। उनके निधन पर कई बड़े सितारों ने शोक जताया, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शोक जताते हुए यह कहा की ‘बांग्ला और भारतीय साहित्य में योगदान के लिए घोष को हमेशा याद किया जाएगा’ और उनके परिजनों सभि मित्रों के प्रति संवेदना जताई।

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