कोरोना ने लगाई भारतियों को ऑनलाइन रहने की बुरी आदत, कई बीमारीयों के हो रहे शिकार

पिछले दिनों कोरोना के कारण देश में कई बार लॉकडाउन लगाया गया। जिसके कारण लोगों को घर में ही कैद होना पड़ा। लोगों का बाहर निकला पूरी तरह से बंद हो गया साथ ही ऑफिस का काम भी लोगों ने घर से ही ऑनलाइन काम किया। सभी छात्रों को घर से ही ऑनलाइन पढ़ाई करनी पड़ी। इसका असर यह हुआ कि धीरे धीरे लोग ऑनलाइन रहने के शिकार हो गए।

साइबर सिक्योरिटी कंपनी नॉर्टनलाइफलॉक के वैश्विक अध्ययन के मुताबिक, 66 फीसदी यानि हर तीन में से दो भारतीय महामारी के कारण आॅनलाइन रहने की आदत के शिकार हो गए|
अध्ययन में शामिल 74 फीसदी भारतियों ने माना की वे स्क्रीन के सामने जितना समय बितातें है, उससे उनके शारीरिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर पड़ता है| इस आदत से उनका मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है |
बच्चों के लिए साइबर सिक्योरिटी की जानकारी बहुत महत्वपूर्ण
चोपड़ा ने अपने बयान में कहा है कि आॅनलाइन परिदृश्य को देखते हुए साइबर खतरों की संख्या बहुत बढ़ गई है| उपयोगकर्ताओं को इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए कि वे अपने क्नेकटेड उपकरणों का प्रयोग कहाँ और कैसे करते हैं| सुविधा सुरक्षा से बढ़कर नहीं होनी चाहिए| माता- पिता को इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि वह अपने बच्चों को साइबर सिक्योरिटी के बारे में जानकारी देना न भूलें।

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