उत्तर प्रदेश में दिन बदिन बढ़ रही है चुनावी उथल-पुथल, विधानसभा चुनाव में जीत की कवायद में लगी हैं सभी पार्टियां

जैसे-जैसे उत्तर प्रदेश में चुनावों का समय समीप आ रहा है वैसे-वैसे सियासी माहौल में गर्मी पैदा हो रही है। राजनीतिक पार्टीयां एक दूसरे पर आरोप लगा रही है वहीं नेताओं के बीच भी जुबानी जंग भी तेज हो चली है। राजनीतिक पार्टीयों सहित कई संगठन के नेताओं की जुबान से ऐसे शब्द निकल रहे हैं कि जो कि चर्चा का विषय बने हुए हैं। इसी कड़ी में अब्बा जान के बाद एक और एक और शब्द चचा जान की चर्चा चारों तरफ हो रही है।
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने चचा जान शब्द का इस्तेमाल किया है। टिकैत ने एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी को बीजेपी का चचा जान कहा है। इस शब्द का इस्तेमाल उन्होंने बागपत की एक जनसभा में किया।
सभा में राकेश टिकैत ने बीजपी पर जबरदस्त हमला बोला. टिकैत ने कहा, “बीजेपी के चचा जान असदुद्दीन ओवैसी यूपी आ गए हैं. अगर ओवैसी बीजेपी को गाली भी देंगे तब भी उनके खिलाफ कोई केस दर्ज नहीं होगा. क्योंकि बीजेपी और ओवैसी एक ही टीम है। बता दें कि रविवार को सीएम योगी ने कप्तानगंज और तमकुहीराज विधानसभा क्षेत्र में दो स्थानों पर 400 करोड़ से अधिक की परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया था। इस अवसर पर आयोजित जनसभाओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पहले अब्बाजान गरीबों पर डकैती डालते थे। गरीब का अन्न सपा और बसपा के लोग खा जाते थे। उन्होंने आगे कहा था कि कि 2017 के पहले गरीबों को राशन नहीं मिलता था क्योंकि तब ‘अब्बाजान’ कहने वाले ही राशन हजम कर जाते थे।
सीएम योगी के बयान पर कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने भी विरोध जताया था। दूसरी तरफ सीएम योगी के बयान को लेकर बिहार के मुजफ्फरपुर के सामाजिक कार्यकर्ता तमन्ना हाशमी ने धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया है और मुजफ्फरपुर के सीजेएम कोर्ट में परिवाद दर्ज कराया है. परिवादी तमन्ना हाशमी ने आईपीसी की धारा 295 ,295क ,296 ,511 के तहत परिवाद दर्ज कराया है।

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