आचार संहिता के मामले में कंप्यूटर बाबा पर मुकदमा दर्ज

भारतीय जनता पार्टी का साथ छोड़ कांग्रेस का दामन पकड़ने वाले कंप्यूटर बाबा की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। गुरुवार को कोहेफिजा पुलिस ने कंप्यूटर बाबा और चंद्रशेखर रैकवार पर आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि उप जिला निर्वाचन अधिकारी की शिकायत पर कंप्यूटर बाबा पर मामला दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

बता दें कि चुनाव प्रचार के दौरान कंप्यूटर बाबा और चंद्रशेखर आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए हवन पूजन किया। इसके बाद और रैली निकालकर दिग्विजय सिंह के पक्ष में प्रचार किया था। आठ मई को कोहेफिजा इलाके में स्थित न्यू सेफिया कालेज मैदान पर कंप्‍यूटर बाबा ने संत समागम कार्यक्रम करने की अनुमित ली थी। लेकिन उन्होंने प्रशासन को धोखे में रख यहां कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह की जीत के लिए अनुष्ठान किया। इसमें करीब 1500 साधु-संत शामिल हुए थे। आयोजन स्थल पर दिग्विजय सिंह के बड़े-बड़े कटआउट लगाए गए थे। इसके दूसरे दिन नौ मई को कंप्‍यूटर बाबा ने साधु-संतों के साथ रोड-शो भी किया था। इस पूरे मामले की शिकायत भाजपा ने निर्वाचन आयोग से की थी।

दोनों दिग्गज नेताओं को नोटिस-

भोपाल संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह और भाजपा प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा द्वारा चुनाव खर्च का ब्यौरा पेश कर दिया गया है। लेकिन व्यय लेखा टीम के रिकॉर्ड से मिलान नहीं होने पर जिला निर्वाचन अधिकारी सुदाम पी खाडे ने दोनों उम्मीदवारों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। यह तीसरी बार है, जब दोनों उम्मीदवारों को नोटिस जारी किया गया है।

दरअसल, 12 मई को मतदान के पहले दोनों उम्मीदवारों ने एक के बाद एक रैली और सभा की। 9 मई तक की स्थिति में दिग्विजय सिंह ने 28 लाख 35 हजार 397 रुपए का खर्चा प्रस्तुत किया है। वहीं प्रज्ञा सिंह ने 5 मई तक दिए हिसाब में 13 लाख 56 हजार 307 रुपए के खर्चे का ब्यौरा प्रस्तुत किया है। कार्यकर्ताओं को गर्मी से बचाने के लिए प्रज्ञा ने 100 रुपए रोज पर कूलर किराए से लिए थे। ढोल पर प्रतिदिन 800 से 1200 रु. का खर्चा बताया है। खाडे ने बताया कि दोनों प्रत्याशियों की तरफ से प्रस्तुत किए गए खर्चे और प्रशासन की टीम के खर्चे में अंतर आने पर नोटिस जारी किए हैं।

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