प्रेसवार्ता रिपोर्ट के अनुसार, रोबोट-असिस्टेड कार्डियक सर्जरी यूनिट फोर्थ जनरेशन के ‘डॉ. विंची एक्सआई’ रोबोटिक सर्जिकल सिस्टम और डॉ. सथयाकी पी. नामबाला, सीनियर कंसल्टेंट, कार्डियो-थोरेसिक और वैस्कुलर सर्जन, एचओडी रोबोटिक कार्डिएक सर्जरी यूनिट के नेतृत्व वाली टीम से लैस होगी।
अपोलो अस्पताल के अध्यक्ष डॉ. के. हरिप्रसाद ने कहा, “यह रोबोट-असिस्टेड कार्डियक सर्जरी यूनिट, फुल-टाइम रोबोटिक हार्ट सर्जरी प्रोग्राम पेश करने वाली भारत की पहली यूनिट होगी। इसकी मदद से हमारे डॉक्टर्स हृदय रोगियों को कार्डियक केयर की बेहतरीन सुविधा प्रदान कर सकेंगे और यह युनिट आधुनिक हृदय चिकित्सा टेक्नोलॉजी से लैस होगी।”
डॉ. सथयाकी पी. नामबाला, सीनियर कंसल्टेंट, कार्डियो-थोरेसिक और वैस्कुलर सर्जन, एचओडी रोबोटिक कार्डिएक सर्जरी यूनिट ने अपने बयान में कहा कि, “रोबोट-असिस्टेड कार्डियक सर्जरी प्रोग्राम के विकास के लिए जबरदस्त निष्ठा और तैयारी की आवश्यकता होती है और हमें भारत में पहली बार एक समर्पित कार्यक्रम शुरू करने पर गर्व है।”
बैंगलोर के अपोलो अस्पताल के सीईओ, डेविसन पीके ने कहा कि, “रोबोट-असिस्टेड कार्डियक सर्जरी प्रोग्राम अब केवल देश ही नहीं, बल्कि दुनिया भर के मरीजों के लिए एक्सेसिबल होगा, इस प्रकार यह तकनीक भारत को रोबोटिक सर्जरी के लिए वन-स्टॉप डेस्टिनेशन बना देगी। इस तकनीक की प्रमुख विशेषताओं में से एक यह है कि यह सर्जन पर सर्जरी के दौरान होने वाले नज़र के तनाव को कम करने में मदद करेगा, उत्कृष्ट दृष्टि प्रदान करने के साथ-साथ लंबी सर्जरी करते हुए आराम में भी बढ़ोतरी करेगी।
अपोलो अस्पताल में अब रोबोट करेगा कार्डियक सर्जरी
