कांग्रेस का बड़ा आरोप, टीएमसी खेल रही डबल गेम, भाजपा से है सांठगांठ

कांग्रेस के अंदर मची खींचतान अब खुलकर सामने आ रही है। पार्टी के अंदर ही छिड़े शीत युद्ध और विपक्ष की एकजुटता को लेकर अब ‘टीएमसी’ ने ही सवाल खड़े करने शुरू कर दिए हैं। संसद के शीतकालीन सत्र की शुरूआत के दौरान कांग्रेस में छिड़ा कोल्ड वार साफतौर पर दिखाई भी दिया हैं। टीएमसी ने पेन-इंडिया एक्सपेंशन की तरफ बढ़ रही है। हालांकि दोनों ही पार्टिया आमने-सामने आकर एक दूसरे के खिलाफ खुद को दिखाने से बच रही हैं,लेकिन दोनों के उठाए गए कदम इस बात का सीधा संकेत दे रहे हैं कि सब कुछ ठीक नही है।
इस बीच कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी ने ममता बनर्जी के रवैये को लेकर उन पर कई आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि टीएमसी डबल गेम खेल रही है। पिछली बार संसद सत्र के दौरान वो कांग्रेस के साथ थी। इस बार भी ऐसा ही होना था लेकिन वो दूर चली गई है। उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि ममता के भतीजे को ईडी ने कॉल किया था, जिसके बाद ममता की भाजपा से डील हुई और उनके भतीजे को छोड दिया गया।
इस साल 20 अगस्त को जब टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी और कांग्रेसी की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी के बीच में मुलाकात हुई थी। तब दोनों की तरफ से बातचीत सकारात्मक दिशा की तरफ बढ़ने का संकेत दिया गया था। उस वक्त टीएमसी प्रमुख ने कहा था कि भाजपा की केंद्र सरकार के खिलाफ सभी विपक्षी पार्टियों को एक साथ होना चाहिए। वहीं आज ये स्थिति पूरी तरह से बदल चुकी है। एक तरफ जहां टीएमसी पेन इंडिया के विस्तार की तरफ बढ़ रही है तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस सबसे बडी लूजर के रूप मे सामने आई है।
गौरतलब है कि असम और मेघालय में कांग्रेस के खेमे को मिले झटके के बाद इन दोनों ही पार्टियों की दूरियां और अधिक बढ़ गई है। असम में कांग्रेस महिला विंग की अध्यक्ष सुष्मिता देव ने हाल ही में टीएमसी का दामन थामा है। इतना ही नही टीएमसी में लगातार दूसरी पार्टियों से नेताओं का आना लगा हुआ है। इसमें सबसे आगे कांग्रेस ही है। मेघालय में भी कांग्रेस के पूर्व सीएम समेत करीब 14 नेता टीएमसी में शामिल होने से भी दोनों के बीच तनाव काफी बढ़ गया है। बता दें कि बिहार से कीर्ति आजाद भी कांग्रेस
को छोडकर टीएमसी का हाथ थामे हैं। वहीं इस पार्टी में लगातार ये सिलसिला चल रहा है।