संसद के विशेष सत्र का खुल गया राज, इंडिया गठबंधन से घबराई सरकार

दीपक झा। भारत जी-20 की मेजबानी कर रहा है। इस बार जी-20 सबमिट में भाग लेने वाले देशों को आमंत्रण पत्र प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया के द्वारा भेजा जा रहा है। खास बात यह है इस आमंत्रण पत्र में प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया नहीं बल्कि प्रेसिडेंट ऑफ भारत लिखा हुआ है। आमतौर पर यदि भारत सरकार के द्वारा अंग्रेजी में किसी संस्थान या किसी को इनविटेशन भेजा जाता है, तो उसमें प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया ही अभी तक लिखा हुआ होता था। जब से या आमंत्रण पत्र जारी किया गया है, तभी से राजनीति में भूचाल मच गया है। विपक्ष लगातार सरकार पर निशाना साध रहा है। साथ कह रहा है कि सरकार या बीजेपी विपक्ष गठबंधन के नाम इंडिया से डरी हुई है। इसी बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का एक बयान वायरल हो रहा है, जिसमें वह कह रहे हैं कि 2004 में साइनिंग ऑफ इंडिया इंडिया की वजह से हम चुनाव हारे थे और इस बार यही काम विपक्ष कर रहा है और वह भी चुनाव हारेंगे।
खास बात यह है 18 सितंबर और 22 सितंबर के बीच जो सरकार के द्वारा संसद का विशेष सत्र बुलाया जा रहा है। इसका राज खुलने का भी अनुमान लगाया जा रहा है। दरअसल, सभी को यह अभी तक लग रहा था कि वन नेशन वन इलेक्शन पर ही सरकार बहस करने के लिए 18 सितंबर और 22 सितंबर के बीच संसद का विशेष सत्र बुला रही है, लेकिन अब ऐसा नहीं लग रहा है। विपक्षी नेताओं को लग रहा है, और यह कयास मात्र ही है अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं हुई है।
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा है, एक आदमी की सनक और बौखलाहट ने आज इस देश को इस कगार पर लाकर खड़ा कर दिया है कि हमारी पहचान पर सवालिया निशान लग रहे हैं।हमारे नाम पर लोग फबतियाँ कस रहे हैं। अपनी माँ के नाम के साथ खिलवाड़ कौन करता है?
हमारे देश का नाम India और भारत रखने का निर्णय बाबा साहब अंबेडकर की अध्यक्षता में संविधान समिति ने लिया। और आर्टिकल 1 इसका उल्लेख करता है।
INDIA से आपका डर साफ़ झलकता है, पर उसके अलावा यह आपका संविधान को बदलने के कुत्सित प्रयास भी है।
हालाँकि आप अच्छी तरह जानते हैं कि आपके पास राज्य सभा में संविधान बदलने का बहुमत नहीं है – लेकिन ऐसे शगूफ़े छोड़ कर आप भक्त मंडली और चरणचुंबक मीडिया को व्यस्त रखते हैं। – नहीं तो ग़रीबी, महंगाई, बेरोज़गारी, आर्थिक असमानता, अडानी महाघोटाले और जलते हुए मणिपुर पर आपसे सवाल पूछे जाएँगे।
तो वहीं इसको लेकर आम आदमी पार्टी के शीर्ष नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कांफ्रेंस करके बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि यह लोग इंडिया गठबंधन से इतने डरे हुए हैं कि अगर हमने अपने गठबंधन का नाम भारत रख दिया तो यह देश का नाम बदलकर बीजेपी रख देंगे। तो वहीं आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा है और उन्होंने आशंका जताई है कि हो सकता है कि नोटबंदी फिर से हो। दरअसल, आरबीआई ऑफ इंडिया की भी बात चल रही है, तो वही सरकार को चारों तरफ से गर्ने क्या प्रयास चल रहा है। वहीं विपक्ष स्टालिन के बेटे उदय निधि स्टालिन के बयान पर गिरता हुआ नजर आ रहा है। जो उदयानिधि स्टालिन ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था सनातन धर्म डेंगू कोरोना एक बीमारी के जैसा है।