राजतिलक शर्मा।
उत्तर प्रदेश भाषा संस्थान (भाषा विभाग के नियंत्राणधीन) और आईआईएमटी ग्रुप आफ कॉलेज के संयुक्त तत्वावधान भारतीय भाषा उत्सव के अंतर्गत एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी का मुख्य विषय ‘भारतीय भाषाएं और तकनीकी युग’ पर विस्तार से चर्चा हुई। प्रोग्राम में ऋषि कुमार शर्मा, डॉ. मधु चतुर्वेदी, कमलेश भट्ट ‘कमल’, डॉक्टर सैयद नज़म इक़बाल, समन्वयक डॉक्टर भावना तिवारी, संचालक सुधाकर पाठक जैसे लेखकों ने भाग लिया। इस मौके पर आईआईएमटी कॉलेज समूह के प्रबंध निदेशक डॉक्टर मयंक अग्रवाल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। इस दौरान ऋषि कुमार शर्मा ने कहा कि भारतीय भाषाओं ने निश्चित रूप से समय के साथ विस्तार किया है। वहीं तकनीकी युग ने हिन्दी को दूसरे जगह पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसी के साथ ही कमलेश भट्ट ‘कमल’ तकनीक ने भाषाओं के बीच की दूरी को खत्म कर दिया है। अब आप किसी भी भाषा का अपनी भाषा में अनुवाद एक सेकेंड़ में कर सकते हैं। इसी के साथ ही कॉलेज समूह के प्रबंध निदेशक डॉ. मयंक अग्रवाल ने आज का युग तकनीक का है जो भी देश तकनीक में आगे है वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मजबूत होगा और उसकी भाषा की स्वकारिता दूसरे देश भी मानने को मजबूर होंगे। संगोष्ठी के दौरान सभी लेखकों ने छात्रों के समक्ष अपने-अपने विचार भी रखे। इस मौके पर कॉलेज समूह के सभी डॉयरेक्टर, डीन, एचओडी सहित अनेक लोग मौजूद रहे।