बिहार में डबल इंजन सरकार के पार्टियों के बीच बयान बाजी

बिहार
अंकित तिवारी : बिहार में इन दिनो राजनीतिक पार्टी में फेसबुक के माध्यम से बयान बाजी रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। पार्टी के बड़े नेता फेसबुक के माध्यम से ही अपनी अपनी भड़ास निकालने के चक्कर में है। इन दिनों बिहार में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने उपेंद्र कुशवाहा को निशाना करते हुए फेसबुक के माध्यम से अपनी भड़ास निकाली है। जवाबी कार्रवाई करते हुए उपेंद्र कुशवाहा ने भी संजय जयसवाल को फेसबुक के माध्यम से निशाना करते हुए उनके सवालों का उत्तर दिया है। जिसके बाद से दोनों पार्टियों में खलबली मच गई है। दरअसल मामला है बीजेपी और जेडीयू के बीच। बिहार के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने शुक्रवार को अपने एक फेसबुक पोस्ट में उपेंद्र कुशवाहा पर तंज कसते हुए उन्होंने पोस्ट किया कि बिहार के अलग-अलग जिलों में केंद्रीय विद्यालय को जमीन मिल सके इसके लिए नेता जी ने आंदोलन किया। शिक्षा में सुधार हो इसको लेकर अपने लोगों से हर जिले में धरना प्रदर्शन कराया और अंततः नेताजी खुद सफल हो गए।
संजय जायसवाल के इस पोस्ट के बाद से जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा भी चुप नहीं रहे। उपेंद्र कुशवाहा भी संजय जयसवाल पर निशाना साधते हुए उन्होंने जवाब दिया कि जहां तक मेरी भूमिका का सवाल है। सत्ताधारी दल के सदस्य की मर्यादा और विपक्ष के सदस्य के रूप में किसी व्यक्ति का क्या दायित्व होता है। इसका ज्ञान तो समझ आपको होगा ही अगर नहीं हो तो आपको बहुत ट्रेनिंग की जरूरत है और रही बात राजनीति में मेरे सफल होने की तो अनुकंपा से कुछ भी
मुझे नहीं मिला है जो मिला है। वह मेरे मेहनत से मिला है। अगर ज्ञान ना हो तो मेरे राजनीतिक सफर के पन्नों को ही पलट कर देखवा लिजीए। मैंने कितने बड़े-बड़े कुर्सियों को त्याग कर यहां तक पहुंचा हूं। मैं हमेशा जनता के सुख और दुख में दोनों में ही साथ रहा हूं। और जनता की भलाई के लिए ही हमेशा काम किया है।