नीतीश कुमार को मिली सरकार गिराने की धमकी

नीतीश सरकार
अनुराग दूबे: बिहार में सियासी बाजार गरम होता जा रहा है, इससे पहले लालू यादव के परिवार में दरार देखने को मिली थी। हाल ही में नीतीश औऱ जीतन राम मांझी के बीच सियासी खींचतान देखने को मिल रही है। बीजेपी कोटे से कैबिनेट मंत्री नीरज कुमार बबलू और हम प्रवक्ता दानिश रिजवान के बीच विवादित बयानबाजी सामने आई है। बबलू ने मांझी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि उम्र के दुस्प्रभाव के कारण सियासत संभल नहीं रही है। पार्टी में ऐसे नेताओं का समर्थन भविष्य में बडी बीमारी बन सकती है। बबलू के बयान के बाद हम प्रवक्ता रिजवान ने प्रतिउत्तर देते हुए कहा कि नीतीश सरकार से समर्थन वापस लेते हैं तो सरकार गिर जाएगी। पूरा मामला ब्राह्मण भोज के दौरान शुरू हुआ था। दरअसल मांझी अपने घर पर ब्राह्मणों को भोज के लिए आमंत्रित किए थे। अब ब्राह्मणों को भोज के लिए आमंत्रित करना भी सियासी गलियारों में राजनीति मानी जा रही है। मामला बीते दिनों का है, जब पूर्व मुख्यमंत्री मांझी ने ब्राह्मणों के धार्मिक भावनाओं को आहत पहुंचाते हुए अपशब्द कथन का प्रयोग किया। उन्होंने कहा कि बाबा साहब अंबेडकर ने जीवन के अंतिम दिनों में हिन्दु धर्म को छोडकर, बौद्ध धर्म को अपना लिया। आगे इन्होंने कहा हिन्दु धर्म इतना घटिया है कि पहले सत्यनाराण व्रत कथा किसी – किसी के घर होता था, लेकिन अब घर – घर हो रहा है। पंडित आता है, और बोलता है सब हम प्रसाद यहां नही खाऐंगे, रख दो हम घर ले जाऐंगे। पूर्व मुख्यमंत्री के श्रीमुख से पंडितों को गाली भी सुनना पडा। इस बयान के आने के बाद सियासी जुगलबंदीयां तेज हो गई और फिर मांझी को माफी मांगनी पडी। अब ये कल अपने आवास पर ब्राह्मणों को भोज के लिए आमंत्रित किए थे। इसी बीच मांझी पर तंज कसते हुए नीरज कुमार बबलू ने कहा कि इनको राजनीति से सन्यास ले लेना चाहिए और राम नाम का जाप करना चाहिए। इनके इस बयान के बाद दानिश रिजवान ने कहा कि हम पार्टी चाहे तो आपकी सरकार गिरा सकती है।