राजतिलक शर्मा
(ग्रेटर नोएडा) फिलिस्तीन को लेकर इजराइल ने एक बार फिर से अपने इरादे जाहिर कर दिए हैं कि जब तक फिलिस्तीन से हमास का सफाया नहीं कर देता तब तक वह युद्ध रोकने के मूड में नहीं है। अब इजरायली सेना ने फिलिस्तीन लोगों को अल्टीमेटम दे दिया है कि वह लोग जल्द से जल्द राफाह को खाली कर दें। इजराइल के इस बयान के बाद माना जा रहा है कि राफाह पर इजरायली सेना कभी भी हमला कर सकती है। नेतन्याहू के इस कदम से उन कोशिशों को धक्का लगा है जिसमें हमास और इजरायल के बीच संघर्ष विराम को लेकर बैठके हो रही थी।
इजराइल का कहना है कि राफाह में हमास के लड़कों ने डेरा डाल रखा है और उनका सफाया करने के लिए राफाह पर हमला करना जरूरी हो गया है। इजराइली सेना ने आज( सोमवार) सुबह ही साफ कर दिया कि पूर्वी राफाह में रहने वाले लोग उत्तर में चले जाएं ताकि उन्हे मदद मिल सके। उत्तरी राफाह में मानवीय मदद दी जा रही है।
बता दें कि हमास ने रविवार के दिन इजराइल पर राकेट दागे थे जिसमें उसके तीन सैनिकों की मौत हो गई। अब तक अमेरिका सहित पश्चिम देश इजराइल पर संघर्ष विराम को लेकर दबाव मना रहे थे लेकिन इजराइल का साफ कहना है कि वह अपने फैसले खुद करेगा, और जब तक हमास का सफाया नहीं हो जाता तब तक हमले नहीं रुकेंगे। हालांकि नेतन्याहू ने अपनी रणनीति में कुछ बदलाव के संकेत दिए हैं जिसके तरह इजराइल में 30 हजार टेंट खरीदे हैं जिससे कि राफाह से होने वाले विस्थापित लोगों को पनाह दी जा सके। इजराइल ने यह इसलिए किया है ताकि दुनिया उस पर मानवाधिकार का उल्लंघन न लगा सके।