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चीन में बढ़ा कोरोना, टाटा के लिए फायदेमंद? जानिए पूरी जानकारी

रतन टाटा

रतन टाटा

शगुन सिहं। भारत में टाटा का नाम तो बच्चा-बच्चा जानता है। टाटा ग्रुप का नेतृत्व करने वाले दिग्गज उद्योगपति रत्न टाटा हमेशा अपने काम को लेकर सुर्खियों में बने रहते है। लेकिन इस बार रत्न टाटा अपने कुछ बड़े प्लान को लेकर सुर्खियों में है। और सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि इसकी वजह चीन में बढ़ता हुआ कोरोना का असर है। जानिए पूरी जानकारी हमारे इस लेख में  

क्या है टाटा ग्रुपस् का प्लान

रिपोर्टस् की मानें तो चीन में कोरोना के चलते पाबंदिया बढ़ चुकी है। जिसके चलते एप्पल के प्रोडक्शन पर बड़ा असर पड़ रहा है। इसी के चलते आईफोन र्निमाता भारत की ओर रूख कर रहे है। और भारत में पहले से ही पकड़ बना चुकी कंपनियां अपने हाथ से यह मौका नही जाने देना चाहती। इस लिस्ट में सबसे हड़ा नाम टाटा ग्रुप का है, जो एप्पल के ज्यादा से ज्यादा आर्डर हासिल करने में लगी हुई। टाटा ग्रुप तमिलनाडु के होसुर जिले में स्थित अपने इलेक्ट्रॉनिक कारखाने में कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने में लगे हुए है। टाटा की इस इलेक्ट्रॉनिक पार्ट्स बनाने वाली फैक्ट्री में आईफोन के पार्ट्स बनाएं जाएंगे। आने वाले 18 से 24 महीनों के अंदर 45,000 नौकरियां दी जाएंगी। इसमें सबसे खास बात यह है कि इन 45,000 नौकरियों में सबसे ज्यादा पद महिलाओं के लिए होंगें।

प्लांट में महिलाओं की संख्या ज्यादा

टाटा ग्रुप हमेशा से महिलाओं को आत्मर्निभर बनाने पर जोर देता रहा है। अभी भी उनके इस प्लांट में 10,000 कर्मचारी काम करते है,जिनमें ज्यादातर महिलाएं ही है। इसी साल सितंबर में अपने इस 500 एकड़ में फैले प्लांट में उन्होंने 5,000 महिलाओं को काम पर रखा। कुछ रिपोर्ट में तो यह भी बताया गया है कि इस प्लांट में काम कर महिलाओं को 16,000 रूपये से अधिक का वेतन मिलता है। साथ-साथ उनको भोजन और रहने की सुविधा भी दी जाती है।

स्थापित कर सकते Wistron के साथ ज्वांइट वेंचर

भारत में आईफोन बनाने का स्तर बहुत ही छोटा है, ऐसे कोशिश जारी है कि इसका स्तर बढ़ाया जा सके। भारत सरकार भी कोशिश कर कही है कि बड़ी कंपनियों  सामने भारत चीन का क अच्छा विकल्प बन कर उभरे। ऐसे में टाटा ग्रुप भी कंपनियों से ज्यादा से ज्यादा आर्डर लेने की कोशिश में जुटा है। इसी बीच यह भी कयाश लगाया जा रहा है कि एक इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग ज्वांइट वेंचर बनाने के लिए Wistron के साथ बातचीत कर सकती है। हालांकि इस पर कंपनी ने अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। टाटा ग्रुप के आखिर पक्के प्लान क्या है इसको जानने के लिए हमें उनके आधिकारिक घोषणा का इंतजार करना होगा।

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