अनुराग दुबे: पिछले कुछ दिनों से महाराष्ट्र के सियासत में हलचल देखने को मिल रहा है। अजान बनाम हनुमान चालीसा से लेकर सांप्रदायिक दंगा तक महाराष्ट्र सांप्रदायिकता के आग में झुलस रहा है। पिछले हीं दिनों राणा दंपत्ति को जेल में बंद किया गया क्योंकि नवनीत राणा और उनके पति ने मुख्यमंत्री आवास के बाहर भीड इकट्ठा कर हनुमान चालीसा का पाठ किया था।
इस कारण से उन्हें जेल के सलाखों के पिछे जाना पडा। आपको बता दें कि नवनीत राणा एक निर्दलीय सांसद हैं। राणा दंपत्ति ने जब जमानत के लिए कोर्ट में अर्जी डाली तब कोर्ट उसे खारिज कर दिया। साथ हीं कोर्ट ने अर्जी खारिज करते हुए उन्हें फटकार भी लगाई कोर्ट ने कहा की एक प्रतिष्ठित स्थान पर बैठकर ये करना शोभा नहीं देता।
अब कुछ दिनों से लगातार सुर्खीयां बटोर रहे हैं। राज ठाकरे के अगुवाई में लोगों ने कई जगहों पर हनुमान चालीसा का पाठ किया। राज ठाकरे को लोग पसंद करते हैं। राज ठाकरे ने महाराष्ट्र सरकार को पिछले दिनों ये चेतावनी दिया था कि 3 मई से पहले मस्जिदों पर से लाउडस्पीकर उतर जाना चाहिए नहीं तो राज ठाकरे सार्वजनिक रुप से हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे।
औरंगाबाद में इनके उपर मुकदमा दर्ज किया गया करवाया गया है। मस्जिद के सामने राज ठाकरे के कार्यकर्ताओं और उनके पार्टी के नेताओं ने आज प्रदर्शन जारी रखा है। आज की अंतिम चेतावनी थी कि यदि मस्जिदों पर से लाउडस्पीकर नहीं हटा तो वहाँ पर प्रदर्शन होगा जहाँ पर तेज अवाज होता है। राज ठाकरे के उपर IPC की धारा 117 भीड लगाने और साथ हीम IPC की धारा 153 दंगा भडकाने और धार्मिक सौहार्द खराब करने को लेकर इनके और इनके चार और लोगों के उपर मुकदमा लगाया गया है।
इधर महाराष्ट्र में दंगा का माहौल भी उत्पन्न हो रहा है। उद्धव सरकार के लिए यहा अग्नि परीक्षा है।