यूपी चुनाव से पहले दल बदलने का खेला शुरु, अब तक 15 बड़े चेहरों दल बदल

15 बड़े चेहरों ने दल बदला
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव ऐलान के साथ ही राजनीतिक मंसूबे पूरे करने की चाह में सियासी पाला बदलने का सिलसिला शुरू हो गया है. सूबे के कई दिग्गज चेहरों ने चुनावी वैतरणी पार करने के लिए समीकरणों के मद्देनजर नए सियासी ठिकाने तलाश में दलबदल का दांव खेलना शुरू कर दिया है. ऐसे चेहरों में कोई एक शख्स या एक सियासी पार्टी नहीं है बल्कि हर पार्टी एक दूसरे के नेता को अपने खेमे में लाकर बड़ा सियासी संदेश देने में जुटी है. इस दलबदल में जितिन प्रसाद और स्वामी प्रसाद मौर्य से लेकर 15 बड़े चेहरो के नामों की कुंडली आपके सामने पेश कर रहा हूं। योगी सरकार के कैबिनेट में रहे स्वामी प्रसाद मौर्य ने बीजेपी का दामन छोड़ सपा का थाम लिया। स्वामी प्रसाद मौर्य ओबीसी का बड़ा चेहरा माने जाते है। उनके साथ तिंदवारी विधानसभा सीट से विधायक ब्रजेश प्रजापति, शाहजहांपुर की तिलहर सीट से विधायक रोशनलाल वर्मा और कानपुर के बिल्हौर भगवती प्रसाद सागर ने बीजेपी से इस्तीफा दिया है. इससे पहले बीजेपी विधायक माधुरी वर्मा और बिल्सी से विधायक आरके शर्मा सपा में शामिल हुए थे। अगला नाम गांधी परिवार के करीबी जितिन प्रसाद ने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया। प्रसाद को ब्राह्मण का बड़ा चेहरा माना जाता है। पश्चिमी यूपी के दिग्गज जाट नेता और पूर्व सांसद हरेंद्र मलिक ने भी 2022 चुनाव के ऐलान से पहले ही कांग्रेस छोड़कर सपा की साइकिल पर सवार हो गए हैं. हरेंद्र मलिक के साथ उनके बेटे पूर्व विधायक पंकज मलिक ने सपा का दामन थामा. पूर्व मंत्री लालजी वर्मा को मायावती ने बसपा से निष्कासित कर दिया था. इसके बाद लालजी वर्मा ने सपा का दामन थाम लिया है. 15 बड़े चेहरों
बसपा के संस्थापक सदस्य रहे रामअचल राजभर को भी मायावती ने बाहर कर दिया था, जिसके बाद उन्होंने भी सपा का दामन थाम लिया है. इसी क़ड़ी में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलापति त्रिपाठी के पौत्र ललितेश पति त्रिपाठी ने कांग्रेस छोड़कर टीएमसी का दामन थाम लिया है।
पूर्वांचल के बाहुबली और ब्राह्मण चेहरा माने जाने वाले पूर्व मंत्री हरिशंकर तिवारी के परिवार ने बसपा छोड़कर सपा का दामन थाम लिया है. हरिशंकर तिवारी के बेटे विधायक विनय शंकर तिवारी , पूर्व सांसद कुशल तिवारी और भांजे गणेश शंकर पांडेय ने बसपा को छोड़ सपा की सदस्यता ली. संतकबीरनगर से विधायक दिग्विजय नारायण उर्फ जय चौबे बीजेपी छोड़ सपा का साइकिल पर सवार हो गए हैं.
पश्चिमी यूपी के दिग्गज नेता और मुस्लिम चेहरा माने जाने वाले इमरान मसूद ने कांग्रेस को छोड़कर सपा में शामिल होने का फैसला किया है. मुजफ्फरनगर से पूर्व सांसद कादिर राणा ने बसपा छोड़कर सपा का दामन थाम लिया है.
सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली की सदर विधानसभा सीट से विधायक अदिति सिंह ने बागी रुख अपनाते हुए कांग्रेस का दामन छोड़ बीजेपी ज्वाइन कर ली थी। रायबरेली से विधायक रहे बाहुबली नेता अखिलेश सिंह की बेटी हैं. इसके अलावा रायबरेली के हरचंद्रपुर से विधायक राकेश प्रताप सिंह ने भी कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया है. पूर्व केंद्रीय मंत्री शेरवानी ने भी पिछले दिनों कांग्रेस छोड़ सपा में वापसी की है. उन्नाव से सांसद रही अन्नू टंडन ने कांग्रेस छोड़कर सपा का दामन थामा है.
पश्चिमी यूपी की सियासत में जाट चेहरा और किसान नेता माने जाने वाले पूर्व सांसद चौधरी विजेंद्र सिंह ने कांग्रेस छोड़ सपा का दामन थाम लिया.
सीतापुर से विधायक राकेश राठौर 2022 चुनाव में बीजेपी छोड़ने वाले पहले विधायक थे. वो बीजेपी छोड़कर सपा के साथ खड़े हो गए।
बसपा के दिग्गज नेता व पूर्व सांसद राकेश पांडेय ने मायावती का साथ छोड़कर अखिलेश यादव की साइकिल की सवारी की।
कांशीराम के साथ बसपा का गठन करने वाले आरके चौधरी ने भी सपा की साइकिल पर सवार हो गए हैं. 15 बड़े चेहरों